राधा विश्वनाथन ने अपनी मां के साथ देश-विदेश के कई संगीत कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। उनके बेटे वी. श्रीनिवासन ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘अमानी मनादो मान्यो लोकस्वामी त्रिलोकद्रुथ गाने वाली आवाज, अब उनकी मां (एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी) की आवाज में खो चुकी है।’ विश्वनाथन के परिवार में उनके बेटे वी. चंद्रशेखर, श्रीनिवासन और बेटी सुभालक्ष्मी हैं।
उनको दो पोतियां एस. ऐश्वर्या और एस. सौंदर्या भी हैं। श्रीनिवासन की पत्नी गीता ने बताया कि उन्हें ठंड में सांस लेने सबंधी दिक्कत होती थी और मंगलवार शाम उनकी हालत बेहद खराब हो गई। उन्होंने 11 बजकर 50 मिनट पर अंतिम सांस ली।
राधा विश्वनाथन का जन्म 1934 में तमिलनाडु के गोपीचेट्टीपलयम में हुआ था। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को दोपहर 3 बजे बेंगलुरु में हुआ।