तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता को भारत रत्न नहीं मिलेगा। उनको भारत रत्न देने की मांग को मद्रास हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है।कोर्ट ने कहा है कि जयललिता को मरणोप्रान्त भारत रत्न नहीं दिया जा सकता। इससे पहले उनकी पार्टी ने केंद्र सरकार से पार्टी की पूर्व मुखिया दिवंगत जे. जयललिता के जन्मदिन को राष्ट्रीय किसान दिवस घोषित किए जाने और उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न प्रदान किए जाने की मांग की।
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अन्ना द्रमुक ने साथ ही जयललिता को शांति के लिए नोबेल और जनकल्याण योजनाएं चलाने के लिए मगसायसाय अवॉर्ड दिलवाने के लिए आवश्यक हर कोशिश करने का संकल्प भी लिया। अन्ना द्रमुक ने यहां पार्टी आम सभा में इस संबंध में एक प्रस्ताव भी पारित किया। इस प्रस्ताव के अनुसार, जयललिता ने खुद को हमेशा एक किसान कहा और राज्य की मुख्यमंत्री रहते हुए किसानों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू कीं। ज्ञात हो कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती (23 दिसंबर) को पहले से ही किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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कुछ दिन पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। उन्होंने जयललिता को भारत रत्न देने की पेशकश की थी। पनीरसेल्वम ने एक मांग पत्र सौंपकर पीएम मों संसद भवन में जयललिता की तांबे मूर्ति लगवाने की भी मांग की थी।