सरकार द्वारा नए नोट छापने का आदेश देने के बाद राज्यसभा में इसको लेकर केंद्र के खिलाफ कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने हंगामा खड़ा कर दिया। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार नोटबंदी के बाद से लगातार नोट के डिजाइन और डिनोमिनेशन में परिवर्तन करने की कोशिश कर रही है, जिससे किसी बड़े घोटाले की आहट लग रही है। Shocking: राहुल गांधी हुए लापता….. सूचना देने वाले को मिलेगा इनाम!
सरकार जल्द ही 200 रुपये का नया नोट मार्केट में लॉन्च करने जा रही है। इसके अलावा नोटबंदी के बाद शुरू किया 2000 रुपये का नोट बंद करने की अफवाहें भी जोर पकड़ रही हैं।
आरबीआई कर रहा है नए नोट की छपाई
नोटबंदी के बाद से देश में आए 2000 के नोट के बाद सरकार जनता की जेब में 200 रुपये का नोट डालने की कोशिश में है। सूत्रों के मुताबिक, अगले महीने से 200 रु. का नोट बाजारों में देखने को मिलेगा। आरबीआई अगस्त के पहले हफ्ते में 200 रु के नोट को जारी करने जा रही है।साथ ही आरबीआई ने पिछले साल लॉन्च हुए 2000 रुपये के नोट की छपाई आंशिक रूप से कम कर दी है।
सरकार के निवेश और मुद्रा विभाग के शीर्ष स्तरीय स्रोत के अनुसार 200 रु के नोटों की छपाई जून 2016 में ही शुरु हो चुकी थी और इस प्रकिया को पूरा होने में अभी भी 21 दिन और लगेंगे। आरबीआई के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि इस साल जून से करीब 15 लाख रुपये की मुद्रा में करीब 14.5 लाख करोड़ रुपये का संचरण हुआ है।
लेकिन एसबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नोटबंदी से पहले बैंक की 23.19 प्रतिशत नकदी में 5.4 की गिरावट आई। लेकिन अगले महीने 200 रुपये के नोटों के आने से बैंकों की नकदी में बड़ी बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई जा रही है।
वित्त मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, ‘ हम 500 रुपये के नोटों के अधिक उत्पादन को बढ़ाने में लगे हुए हैं और वहीं 200 रुपये का नोट बाजारों में आने से भी नकदी की समस्या से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।
बता दें कि वित्त मंत्रालय ने चालू वर्ष के मार्च में 200 रुपये के नोट छपवाने का फैसला लिया था और अभी मैसूर की भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड और सलबोनी के अंतर्गत काम कर रही आरबीआई की प्रिटिंग प्रैस 200 रुपये के नोट छापने का काम कर रही है।
वहीं, आरबीआई ने नकली नोटों को जांच के लिए अतिरिक्त सुरक्षा को जोड़ने का फैसला लिया है। बता दें कि नई करेंसी का क्वालिटी चैक भी किया जा चुका है। खबर ये भी है कि सरकार जल्द ही पिछले साल अस्तित्व में आए 2000 रुपये के नोट को खत्म करने जा रही है।
राज्यसभा में पहले भी हो चुका हैं हंगामा
विपक्ष ने अरुण जेटली पर तंज कसते हुए कहा कि क्या सरकार 2000 रुपये के नोट की छपाई बंद करके 1000 का सिक्का लाने का मन बना रही है। हालांकि जेटली ने इस मसले पर विपक्ष के सवाल का जवाब नहीं दिया। लेकिन विपक्ष के सदस्यों ने उनसे इस मुद्दे को लेकर स्पष्टीकरण देने पर जोर दिया।
राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान सपा नेता नरेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने 2000 रुपये के नोट को स्क्रैप करने का फैसला लिया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार की ओर से आरबीआई को 2000 रुपये के नोट्स की छपाई का आदेश नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा आरबीआई ने अबतक 2000 रुपये के नोट के 3.2 लाख नोट छापे हैं। और अब यह छपाई बंद कर दी गई है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए जेटली से कहा कि एक नोट को बैन नहीं किया गया और दूसरे की छपाई की योजना बनाई जा रही है। मामले में उपाध्यक्ष पी जे कुरियन ने कहा कि यह आरबीआई की कार्रवाई है।
उसके बाद अग्रवाल ने कहा कि नोट बैन करने का निर्णय सरकार ने लिया था, आरबीआई के पास यह अधिकार नहीं। उन्होंने कहा कि आरबीआई बोर्ड ने तो इस फैसले का विरोध भी किया था लेकिन सरकार ने यह फैसला लिया।