बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक सभा में महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि आवश्यकताएं पूरी हो सकती हैं, लेकिन लालच का कोई अंत नहीं होता. उन्होंने कहावत ‘‘कफन में कोई जेब नहीं होती’’ का भी उल्लेख किया. जिसे वह भ्रष्टाचार के कई मामलों में आरोपों का सामना कर रहे राजद प्रमुख और उनके परिजनों पर हमला बोलने के लिए बार-बार दोहराते रहे हैं. अभी-अभी: प्रशांत भूषण ने दिया बड़ा बयान, कहा- कुछ जज खुद को शहंशाह समझने लगे हैं
अभी-अभी: प्रशांत भूषण ने दिया बड़ा बयान, कहा- कुछ जज खुद को शहंशाह समझने लगे हैं
मुख्यमंत्री ने लालू प्रसाद पर तीखा हमला बोला और कहा कि वह यह देखकर आश्चर्यचकित हैं कि शुरू में जिन्होंने राज्य में शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध संबंधी उनके फैसले का समर्थन किया था, वे अब शराबबंदी के खिलाफ बोल रहे हैं. वह जिले में सरायरंजन क्षेत्र के झखड़ा गांव में एक जनसभा में बोल रहे थे. नीतीश कुमार ने हालांकि राजद या इसके नेताओं का नाम नहीं लिया. नीतीश ने यह भी कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द उपदेश देने के बारे में नहीं, बल्कि दूसरे समुदायों के साथ शांति के साथ रहने के बारे में है.
इस साल 21 जनवरी को गांधी मैदान में शराब के खिलाफ बनाई गई विशाल मानव श्रृंखला में लालू प्रसाद नीतीश के साथ खड़े थे. अब राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके पुत्र एवं राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव शराबबंदी की नीति को लेकर नीतीश पर हमले कर रहे हैं.
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