यूपी में ऐतिहासिक जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने एक बयान से एक बार फिर पूरे देश का दिल जीत लिया है। इसकी झलक गुरुवार को बीजेपी के संसदीय दल की बैठ में देखने को मिली। पीएम मोदी ने कहा कि, ‘वे अब ना ही खुद बैठेंगे और ना ही दूसरों को बैठने देंगे।
अभी-अभी: हिला देने वाली खबर अमृतसर एयरपोर्ट पर बम
प्रधानमंत्री यूपी और उत्तराखंड के सीएम कैंडिडेट को चुनने के लिए बुलाई गई पार्टी की संसदीय दल की बैठक में शिरकत कर रहे थे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘ना खाउंगा , ना खाने दूंगा’ का बयान दे चुके हैं। उनका ये बयान करप्शन को लेकर दिया गया था। प्रधानमंत्री के इस बयान का साफ मतलब था कि ना तो उनकी ओर से भ्रष्टाचार की कोई गुंजाइश है और ना ही वे अपने किसी सहयोगी को करप्शन में लिप्त देख सकते हैं।
अभी-अभी: BJP संसदीय बोर्ड की बैठक में पहुंचे मोदी, UP सीएम पर हो सकती है बड़ी चर्चा
अब प्रधानमंत्री ने ये नया बयान देकर 2019 तक के अपने एजेंडा को लोगों के सामने स्पष्ट कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2019 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ अपने काम के बल पर रिजल्ट चाहते हैं, इसलिए उन्हें कठिन और लगातार काम करने वाले सहयोगियों की ज़रुरत है।
इस बैठक में शिरकत करने के बाद सरकार के वरिष्ठ मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि, ‘ प्रधानमंत्री ने सांसदों को संदेश दिया है कि वे युवाओं को अपने अच्छे कामों का एंबेसडर बनाएं और इसके जरिये सरकार कामों को दूर-दूर तक ले जाएं।’ वहीं अनंत कुमार के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि, ‘2019 के लोकसभा चुनाव अहम हैं और उसके सभी को तैयार रहना चाहिए, और यूपी की इस जीत को आगे बढ़ाने की ज़रुरत है।
दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का इशारा विवादित बयान देने के लिए मशहूर बीजेपी नेताओं साक्षी महाराज, योगी आदित्यनाथ, गिरीराज सिंह और विनय कटियार की तरफ था।