लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने जब से सत्ता को संभाला है तब से राम मंदिर का मुद्दा और गर्म हो गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही राम मंदिर पर काम शुरु कर दिया जाएगा।

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अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की अनुमति के लिए ऑल इंडिया शिया मंच के लोगों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोध्या मामले में ¨हदू-मुस्लिम दोनों समुदाय से आपसी सहमति से सुलझाने के सुझाव का स्वागत किया। प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी भेजा।
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ऑल इंडिया शिया मंच के अध्यक्ष एडवोकेट खुर्शीद आगा के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना देने के लिए हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर दर्जनों लोग एकत्र हुए। धरने को संबोधित करते हुए खुर्शीद आगा ने अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म आपसी प्रेम, भाईचारा, सर्वधर्म सम्मान व त्याग की शिक्षा देता है।
उन्होंने कहा कि जहां तक मस्जिद की तामीर बनाने की बात है तो शरियत (इस्लामिक कानून) में साफ तौर पर लिखा है कि मस्जिद वहीं बनाई जा सकती है जो जगह पवित्र हो। बिना जमीन के मालिक की इच्छा हासिल की गई जगह पर मस्जिद बनान शरीयत के खिलाफ है।
ऐसी जमीन पर मस्जिद तो दूर कोई धार्मिक कार्य नहीं किया जा सकता। मंच के उपाध्यक्ष सैयद अली अश्तर ने कहा कि अगर किसी मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण किया गया था, तो हम लोग फिर से मंदिर निर्माण कराने की अनुमति चाहते हैं। नफरत खत्म कर आपसी भाईचारा बनाए रखना ही इस्लाम की सच्ची शिक्षा है। एक दिवसीय धरने में संगठन मंत्री राज मिर्जा, सनम आगा, फिरोज आगा, नैयर रजा, ख्वाजा रूमी, यूसुफ हुसैन व वाकिफ महमूद और ताहिर हुसैन सहित कई लोग शामिल रहे।
livetoday.online से साभार…
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