नई दिल्ली। शिवसेना के चप्पलमार सांसद रवींद्र गायकवाड़ से उड़ान प्रतिबंध जल्द हट जाएगा। इसके लिए सरकारी नियमों में बदलाव करने के लिए पूरी संसद एकजुट हो गई है। जल्द की नियमों को ताक पर रखकर उनकी विमान सेवा बहाल कर दी जाएगी।
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मालूम हो कि शिवसेना सांसद पुणे से दिल्ली आए थे। लेकिन विभान में स्पेशल क्लास न होने पर उनकी मांग पूरी न होने पर नाराज होते हुए विमान से उतरने से इंकार कर दिया था। समझाने गए कर्मी को 25 चप्पल मारने, कर्मी को विमान से बाहर फेंकने की बात उन्होंने स्वयं मीडिया के समरक्ष कबूल की थी।
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शिवसेना सांसद को खराब बर्ताव के कारण छह एयरलाइंस कंपनियों ने उड़ान पर बैन लगा दिया था। सरकार उन्हें राहत प्रदान करने की सोच रही है ताकि वह दोबारा उड़ान भर सकें। यह निर्णय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गणपति राजू, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और शिवसेना के सांसंदों की हुई बैठक के बाद लिया गया।
इससे पहले आज राज्यसभा में समाजवादी पार्टी कई दलों के सांसदों ने शिवसेना सांसद के बैन पर आपत्ति जताई और एयर इंडिया को ही आड़े हाथों लिया था।
शिवसेना सांसदों ने सोमवार को कहा कि सभी उड़ान सेवाओं द्वारा पार्टी सांसद रविंद्र गायकवाड़ पर लगाए गए उड़ान प्रतिबंध को हटाया जाना चाहिए. शिवसेना सांसद आनंदराव अडसुल ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया.
उन्होंने कहा, कुछ विवाद थे. उन्होंने एयर इंडिया के एक कर्मचारी को पीटा. मैं सहमत हूं, यह गलत है. एयर इंडिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और जो भी नतीजे होंगे, हम उसे स्वीकार करेंगे. यह कोई समस्या नहीं है। वहीं सूत्रों का कहना है कि यहां यह भी मालूम हो कि वीआईपी से जुड़े मामले आते ही पुलिस तो क्या सीबीआई को सांप सूंघ जाता है।
इसी कारण सीबीआई तक को पिंजरे में बंद तोते की भी उपाधि से नवाजा जा चुका है। ऐसे में एयर इंडिया की पुलिसिया शिकायत सांसद के खिलाफ कोई कार्रवाई कर पाएगी यह समझने वाली बात है।
संसद में सांसद ने कहा, “समस्या यह है कि सभी विमानन कंपनियों ने उन पर प्रतिबंध लगा दिया है. हमारा संविधान कहता है कि देश के नागरिक को कहीं भी जाने का अधिकार है. यदि कोई घटना होती है और सभी विमानन कंपनियां उन्हें प्रतिबंधित कर देती हैं तो यह गलत है।
मालूम हो कि शिवसेना के चप्पलमार सांसद के मारपीट करने के लिए जब लोकसभा अध्यक्ष से बात की तो उन्होंने कोई शिकायत न आने की दुहाई दी थी, लेकिन अब उसी आरोपी संसद को बचाने के लिए दी जाने वाली दलील पर वह लगभग सहमत हैं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि सांसद भी एक यात्री था और विमान में इस तरह की हिंसा से कोई भी अनहोनी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि विमानन कंपनियां उचित व्यवहार नहीं करने वाले किसी भी यात्री को उड़ान भरने से रोकने में सक्षम हैं. राजू ने कहा, एक सांसद यात्री भी होता है. अब एक सांसद ने यह मुद्दा उठाया है।
हम विभिन्न वर्गो के लोगों के साथ अलग-अलग बर्ताव नहीं कर सकते. हमें सुरक्षा को ध्यान में रखने की जरूरत है. हम विमानन कंपनियों की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं कर सकते।
गौरतलब है कि गायकवाड़ द्वारा पिछले सप्ताह एयर इंडिया के एक कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार के बाद सभी निजी विमानन कंपनियों ने उनकी विमान यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था।