रेमंड ग्रुप के पूर्व चेयरमैन विजयपत सिंघानिया को गुरुवार को चेस्ट पेन के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया। ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की तत्काल जरूरत पड़ी थी, क्योंकि उनके पारामीटर सामान्य नहीं थे और जांच की सख्त जरूरत थी। हिरासत से छूटते ही अखिलेश ने BJP पर किया तीखा वार, दिया ये बड़ा बयान…
इस साल मार्च में लंदन में विजयपत सिंघानिया की कोरोनरी बायपास सर्जरी की गई थी। गुरुवार को साउथ मुंबई क्लब में अचानक तेज दर्द हुआ, जिसके बाद उन्हें शाम को लगभग 6:30 पर अस्पताल पहुंचाया ले जाया गया।
डॉक्टरों ने उन्हें दो दिनों के लिए निगरानी में रखा है। डॉक्टर ने बताया कि उनका बल्ड प्रेशर बढ़ा हुआ है। फिलहाल उनकी स्थिति सामान्य बनी हुई है। बता दें कि बिजनेस टाइकून रहे विजयपत सिंघानिया ने आरोप लगाए थे कि उनके बेटे ने उन्हें एक-एक पैसे के लिए मोहताज बना दिया है और उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा।
वहीं एक अंग्रेजी अखबार के साथ बातचीत में रेमंड ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम सिंघानिया ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनके पिता को बहकाया गया है, इसलिए वह आमने-सामने बैठ कर इस मामले पर बात करना चाहते हैं।
मेरे पास देने को कुछ भी नहीं- विजयपत सिंघानिया
गौतम सिंघानिया ने बताया कि उन्होंने विवाद के बाद अपने पिता विजयपत सिंघानिया से बातचीत की कोशिश की थी लेकिन वह उनसे मिलने के लिए नहीं आए। उन्होंने कहा कि अपने पिता की ऐसी हालत देखकर उन्हें बहुत दुख हुआ।
साउथ मुंबई में एक किराए के कमरे में रहने वाले विजयपत सिंघानिया ने कहा था कि वह बेटे के प्यार में अधे हो गए थे। विजयपत ने कहा कि यह गौतम के लिए उनका प्यार ही था कि उन्होंने अपने सभी शेयर अपने बेटे के नाम कर दिए। बेटे के साथ सुलह का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि वह बातचीत के लिए हर तरह से तैयार हैं।
इसके साथ ही विजयपत ने यह भी कहा कि अगर गौतम कोर्ट में भगवान तिरुपति बालाजी की तस्वीर पर हाथ रखकर कसम खाए कि मैं जो कह रहा हूं वह झूठ है, तो मैं केस वापस ले लूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी भगवान तिरुपति बालाजी में गहरी आस्था है और गौतम भी भगवान बालाजी में विश्वास रखता है।’