…जब ट्रंप के एशिया दौरे के दौरान खाने की मेज पर दिखी राजनीति
ताकतवर हिज्बुल्ला शिया आंदोलन को ईरान का समर्थन प्राप्त है, जोकि लेबनान और इस इलाके में तनाव बढ़ाने के लिए सऊदी अरब को जिम्मेदार ठहराता रहा है।शनिवार को हरीरी ने रियाद से एक टीवी प्रसारण में कहा था कि वो अपना पद छोड़ रहे हैं क्योंकि उनकी जान को खतरा है। उन्होंने अपने संबोधन में ईरान और हिज्बुल्ला पर भी निशाना साधा।
हालांकि लेबनानी राष्ट्रपति मिशेल आउन और अन्य वरिष्ठ राजनेताओं ने उनसे वापस आने की अपील की है। लेबनान में इस बात की आशंका जताई जा रही है कि हरीरी को सऊदी अरब में घर में नजबंद करके रखा गया है और उनपर दबाव डाला जा रहा है।
लेबनान के राष्ट्रपति ने हरीरी का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। हालांकि हरीरी ने टीवी पर घोषणा करने के बाद से सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं बोला है।शुक्रवार को टेलीविजन प्रसारण में हिज्बुल्ला नेता नसरल्लाह ने कहा कि सऊदी अरब लेबनान के अंदर लड़ाई-झगड़े को उकसाने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा, “संक्षेप में, ये साफ हो गया है कि सऊदी अरब और उसके अधिकारियों ने लेबनान और हिज्बुल्ला के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है, लेकिन मुझे इतना ही कहना है कि ये लेबनान के खिलाफ युद्ध है।”
उन्होंने सऊदी अरब पर ये भी आरोप लगाया कि वो लेबनान पर हमले के लिए इजराइल को अरबों डॉलर देने की तैयारी कर रहा है।