रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। दोनों देश एक-दूसरे पर हमले करते रहते हैं। इस बीच अमेरिका ने एक बड़ा दावा किया है। अमेरिका का कहना है हाल में ही रूस द्वारा यूक्रेन पर दागे गए मिसाइल उत्तर कोरिया द्वारा दिए गए थे। बता दें, नए साल पर रूस ने यूक्रेन की सैन्य चौकियों पर हमला किया था। जिसकी पुष्टि यूक्रेन ने भी की थी।
कोरियाई ड्रोन से आगे भी करेगा हमला 
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग की। इस दौरान उन्होंने कहा कि खूफिया जानकारी के आधार पर हम कह सकते हैं कि 30 दिसंबर और दो जनवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। हमले में इस्तेमाल की गईं मिसाइलें उत्तर कोरिया ने दी थी। इससे यह साफ होता है कि युद्ध के लिए रूस अब अन्य देशों की सहायता पर निर्भर हो गया है। रूस कोरियाई बैलेस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल करता रहेगा। रूस अब 550 मील दूर से हमला करने की योजना बना रहा है।
रूस ईरान से भी ले रहा है मदद
किर्बी का दावा है कि रूस ईरान से करीबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइले हासिल कर चाहता है। हालांकि, किर्बी यह बताने में अस्पष्ट थे कि रूस को मिसाइलों की खेप मिली है यह नहीं। व्हाइट हाउस का कहना है कि रूस यूक्रेन पर ड्रोनों से हमले कर रहा है, जो ईरान द्वारा निर्मित हैं। रूस ईरान द्वारा बनाए गए एक कंपनी का भी निर्माण कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में भी उठा सकते हैं मुद्दा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बाइडन प्रसासन इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भी उठा सकता है। बाइडन प्रशासन का आरोप है कि कोरियाई मिसाइलों को इस्तेमाल करना और प्योंगयांग के साथ व्यापार करना मौजूदा प्रस्तावों का उल्लंघन है। अमेरिका अब मॉस्को-प्योंगयांग के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है।  रूस कोरिया और ईरान से हथियारों की आपूर्ति कर रहा है, इससे यह साफ होता है कि यूक्रेन और उसके यहयोगियों ने रूसी सैन्य भंडार को खत्म कर दिया है।
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