अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैक्मास्टर ने कहा है कि अमेरिका को चीन की आर्थिक आक्रामकता का मुकाबला करना चाहिए. उनकी यह टिप्पणी तब आई जब चीन ने एक दिन पहले कहा कि वह ‘‘समग्र जवाबी कदम’’ उठाएगा और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अधिकारियों को दिए गए उन निर्देशों से ‘‘किसी भी कीमत’’ पर लड़ेगा जिनमें 100 अरब डॉलर मूल्य के चीनी उत्पादों पर शुल्क लगाने का विचार करने को कहा गया है.
मैक्मास्टर एक साल से अधिक समय तक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे हैं. उन्होंने अब तक अपनी भविष्य की योजनाओं की घोषणा नहीं की है. उनकी जगह संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के राजदूत रह चुके जॉन बोल्टन लेंगे. वह सोमवार (9 अप्रैल) को कामकाज संभालेंगे. मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि कई महत्पूर्ण मुद्दों पर ट्रंप के साथ मतभेदों के चलते मैक्मास्टर व्हाइट हाउस छोड़ रहे हैं. हालांकि, व्हाइट हाउस और मैक्मास्टर दोनों ने इन खबरों ने इनकार किया है. मैक्मास्टर ने शुक्रवार (6 अप्रैल) को अपने विदाई बयान में ट्रंप की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति की सराहना की.
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चीनी वस्तुओं पर अतिरिक्त 100 अरब डॉलर का आयात लगाने पर विचार कर रहे हैं. इसके साथ ही, विश्व की दो सबसे बड़ी आर्थिक शक्तियों के बीच खुली व्यापार जंग की संभावना गहरा गई है. ट्रंप ने गुरुवार (5 अप्रैल) को कहा कि उन्होंने चीन की ओर से अनुचित जवाबी कार्रवाई पर प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे. चीन ने बुधवार (4 अप्रैल) को सोयाबीन, सुअर गोश्त समेत कई उत्पादों पर आयात शुल्क लगाने की घोषणा की थी जिसका सालाना मूल्य 50 अरब डॉलर है.
चीन के वाणिज्य मंत्री ने कहा कि बीजिंग अपने हितों की रक्षा के लिए कोई भी कीमत चुकाने से नहीं हिचकिचाएगा. मंत्री ने कहा, “हम कोई व्यापार जंग नहीं चाहते हैं, लेकिन ऐसी व्यापार जंग से भयभीत भी नहीं हैं.” अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी घोषणा में कहा, “चीन के अनुचित जवाबी कार्रवाई के आलोक में मैंने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि को यह विचार करने का निर्देश दिया है कि क्या 100 अरब डॉलर का अतिरिक्त आयात शुल्क चीनी वस्तुओं पर लगाना समुचित होगा.”
एक-दूसरे का सम्मान करे चीन और अमेरिका
उधर, चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, “चीन और अमेरिका दोनों महाशक्तियों को समानता के आधार पर एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए.” चीन ने साफ कहा कि चाहे दो बड़े व्यापारिक साझेदारों के बीच व्यापारिंग जंग की स्थिति क्यों न उत्पन्न हो, अमेरिका द्वारा आगे आयात शुल्क लगाने पर वह भी प्रतिक्रियात्मक कदम उठाएगा. चीन के वाणिज्य मंत्री ने एक बयान में कहा, “चीन और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की ओर से विरोध के बावजूद अगर अमेरिका अपने संरक्षणवादी रुख पर कायम रहता है तो चीन अपने देश और लोगों के हितों की रक्षा के लिए आखिर तक लड़ाई जारी रखेगा.”