दिग्गज अंतर्राष्ट्रीय इंटरनेट कंपनियों फेसबुक और गूगल ने अमेरिका में 12 जुलाई को नेट निरपेक्षता के समर्थन में आयोजित ‘इंटरनेट-वाइड डे ऑफ ऐक्शन टू सेव नेट न्यूट्रैलिटी’ अभियान में शामिल होने का फैसला किया है। इस अभियान का समर्थन करने वाले संस्थानों को फाइट फॉर द फ्यूचर, फ्री प्रेस और डिमांड प्रोग्रेस, द डे ऑफ एक्शन ने पहले ही अमेजॉन, नेटफ्लिक्स और अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन (एसीएलयू) समेत कई अन्य का पहले ही समर्थन हासिल हो चुका है।
फॉर्चून की शनिवार की रिपोर्ट में कहा गया है, “नेट निरपेक्षता के संदर्भ में अमेरिकी फेडरल कम्युनिकेशन कमिशन (एफसीसी) के हालिया नियामक व्यवहार (या इसके अभाव) के खिलाफ विरोध का आयोजन किया जा रहा है।”
रिपोर्ट में कहा गया है, “इस अभियान में गूगल और फेसबुक की भागीदारी बड़ा बदलाव लाने में सक्षम होगी, क्योंकि इनका इस्तेमाल करोड़ों लोग करते हैं।”
इससे पहले साल 2012 में भी प्रौद्योगिकी उद्योग ने विवादास्पद कॉपीराइट विधेयक के खिलाफ अभियान शुरू किया था जो सोपा के नाम से जाना गया, जिसके तहत वेबसाइट से छेड़छाड़ या उन्हें ब्लॉक करने का अधिकार देने की मांग की गई थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारी विरोध के परिणामस्वरूप अमेरिकी सदन को वह विधेयक वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा था।
अब मौजूदा ट्रंप सरकार भी ऐसा ही विधेयक लाने की तैयारी कर रही है और भारतीय मूल के अजित पाई को एफसीसी का प्रमुख नियुक्त किया है।