अमेरिका के एक शीर्ष सांसद टेड पो ने आजतक से विशेष बातचीत में कहा कि ट्रंप प्रशासन को पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य मदद में कटौती करनी चाहिए. साथ ही उसे आतंकवाद प्रायोजक देश घोषित करना चाहिए और उसका गैर-नाटो सहयोगी देश का दर्जा छीन लेना चाहिए.
अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य टेड पो ने पिछले हफ्ते अमेरिकी प्रतिनिधिसभा में एक प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को सैन्य मदद बंद करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि अमेरिका पाकिस्तान को पैसा देना बंद करें और आंतकवाद प्रायोजक देश घोषित करें. साथ ही उससे अमेरिका के गैर-नाटो सहयोगी देश का दर्जा छीन लिया जाए. टेड पो ने कांग्रेस में अपने भाषण में कहा कि इस लंबे इतिहास का नतीजा सामने आने की जरूरत है. अधिकतर अमेरिकियों को इस बात का पता नहीं है कि पाकिस्तान कहता कुछ है और करता कुछ है.
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आजतक से बातचीत में अमेरिका सांसद ने कहा कि आतंकी समूहों को पाकिस्तान की मदद के सबूतों की लंबी सूची है और मुझे लगता है कि थोड़ा और इतिहास क्रम में दिख जाएगा, क्योंकि पाकिस्तान की यह गतिविधि वर्षों से जारी है और निगरानी की जद से बाहर रही हैं. पो ने आरोप लगाया कि साल 1990 से पाकिस्तान भारत के साथ अपने छद्म युद्ध में कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी समूहों की मदद करता रहा है.
उन्होंने कहा कि इन आतंकी समूहों ने भारत में कई हमले किए है, जिनमें साल 2001 में भारत की संसद पर हुआ हमला भी शामिल है. अमेरिकी सांसद ने कहा कि 1990 के दशक से पाकिस्तान ने इन आतंकी समूहों को देश में खुलेआम धन जुटाने की मंजूरी दी हुई है.