राम जन्मभूमि परिसर के लिए जयपुर में बन रही 16 मंदिरों की मूर्तियां तैयार हो गई हैं। अप्रैल के अंत तक सभी मूर्तियां जयपुर से अयोध्या पहुंच जाएंगी। माना जा रहा है कि अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) पर सभी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा एक साथ की जाएगी। वहीं राम दरबार की मूर्तियों का प्राण प्रतिष्ठा रामनवमी यानी 30 मार्च से पहले किए जाने की तैयारी है।
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर के अलावा 16 और मंदिर बन रहे हैं। इन सभी मंदिरों की मूर्तियां जयपुर राजस्थान में तैयार हो रही है। इनमें से एक मूर्ति तुलसीदास की स्थापित भी हो चुकी है, शेष मूर्तियां 15 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच अयोध्या पहुंच जाएंगी। बताया कि परकोटा के छह मंदिरों की मूर्तियां व सप्त मंडपम के सात मंदिरों की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा एक साथ होगी। इसके लिए ट्रस्ट अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) की तिथि निर्धारित कर सकता है। यह निर्णय 16 मार्च को होने वाली राम मंदिर न्यास की बैठक में लिया जाएगा।
15 अप्रैल तक पूरा हो जाएगा राम मंदिर
मंदिर निर्माण सीमित के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण 15 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा। राम मंदिर के शिखर का निर्माण करीब 80 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। इसके बाद शिखर के ऊपर ध्वज दंड स्थापित किया जाएगा। मालूम हो कि महाकुंभ में आने वाली भीड़ की वजह से भी मंदिर निर्माण की प्रक्रिया में कुछ सुस्ती आई थी।
दिसंबर में खत्म होगा निर्माण समिति का कार्यकाल
नृपेंद्र ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण तीन माह पीछे हुआ है। इसको गति प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर जो निर्माण समिति गठित की गई है, उसका कार्यकाल भी दिसंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा। रामकथा संग्रहालय के निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में बताया कि यहां 20 गलियारों का निर्माण चल रहा है। इसके लिए ट्रस्ट ने एक कंसल्टेंट भी नियुक्त कर दिया है। रामकथा संग्रहालय के सुंदरीकरण के कार्य में एक साल लग जाएगा।
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
		
		 
						
					 
						
					