भारत की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी आधे देश पर कब्जा हो गया है। अब अरुणाचल में भी कमल खिल गया है। बीजेपी ने निर्णय लिया है कि पार्टी अरुणाचल प्रदेश सरकार में शामिल होगी। मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व वाली पीपीए सरकार में बीजेपी के तामियो तागा के मंत्री के तौर पर शामिल होने की बात कही जा रही है। इस तरह अरुणाचल प्रदेश 14वां राज्य बन जाएगा जहां बीजेपी की सत्ता है।
अक्टूबर के पहले हफ्ते में मुख्यमंत्री खांडू ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी और बीजेपी को सरकार में शामिल होने का न्योता दिया था। पिछले करीब एक साल से अरुणाचल प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल होती रही है। कांग्रेस में जारी अंदरुनी तकरार के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ था।
जब सुप्रीम कोर्ट ने राज्य में लगे राष्ट्रपति शासन को रद्द कर पूर्व की सरकार को बहाल करने का फैसला सुनाया तो कांग्रेस के बागी विधायक नबाम तुकी को मुख्यमंत्री स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे, जिसके बाद 17 जुलाई को कांग्रेस के ही पेमा खांडू ने प्रदेश की बागडोर संभाली और अरुणाचल के नौवें मुख्यमंत्री बने।
लेकिन सितंबर महीने में ही पेमा खांडू और उनके सहयोगियों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल यानी पीपीए में शामिल हो गए। अब सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी ही बचे हैं जो कांग्रेस में हैं। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में पीपीए के 43 विधायक हैं, बीजेपी के 11 और कांग्रेस के सिर्फ 1। 2 निर्दलयी विधायक हैं जबकि 3 सीट खाली है।