श्रीनगर। आतंकी जाकिर मूसा को अलकायदा ने हाल ही में कश्मीर के लिए गठित अपने विंग “अंसार गजावा उल हिंद” का चीफ कमांडर नियुक्त किया है। सुरक्षा एजेंसियों से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। मूसा ने 16 मई को जारी वीडियो संदेश में अलकायदा की सराहना करते हुए कहा था कि कश्मीर में इस्लामिक राज की बहाली तक हमारी जंग जारी रहेगी।
अलकायदा ने मूसा को कमांडर बनाने की जानकारी अपने एक संगठन ग्लोबल इस्लामिक मीडिया फ्रंट के जरिए जारी बयान में दी। दक्षिण कश्मीर के त्राल के रहने वाले जाकिर मूसा (23) ने 13 मई को विचारधारा के मतभेद के आधार पर दौरान हिजबुल से अपना नाता तोड़ा था, तभी से कहा जा रहा था कि वह लश्कर और जैश की मदद से आइएस या अलकायदा के साथ किसी तरह जुड़कर कश्मीर में नया संगठन बनाने की तैयारी में हैं।
तो इसीलिए 2001 में डर गया पाकिस्तान और रोक दिया भारत पर परमाणु हमले का मिशन
जाकिर ने वीडियो जारी कर खंडन किया था। अल-कायदा कई वर्ष से कश्मीर में पांव पसारने का प्रयास कर रहा है। उसे कोई ज्यादा सफलता नहीं मिली। वर्ष 2014 में उसने कश्मीर में संगठन तैयार करने का संकेत दिया था।कश्मीर मामलों के विशेषज्ञों के अनुसार, कश्मीर में जारी इस्लामिक आतंकवाद के स्वरूप में और बदलाव आएगा।
राष्ट्रपति ट्रंप को लगा बड़ा झटका : ‘ओबमाकेयर’ को खत्म करने वाला विधेयक सीनेट से खारिज
यह जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों, जो पहले खुद को सिर्फ कश्मीर या पाकिस्तान तक सीमित रखते थे, के वैश्विक इस्लामिक आतंकवाद का हिस्सा बनने का स्पष्ट संकेत है। मूसा से पहले वर्ष 2015 में आतंकी कमांडर बुरहान ने कश्मीर में स्थानीय लोगों से जिहाद में मदद के लिए कहा था। बुरहान आठ जुलाई 2016 को अपने दो अन्य साथियों संग मारा गया था।
अभी अभी: CM केजरीवाल ने किया 2-एमवीए क्षमता वाले पहले वितरण ट्रांसफॉर्मर का उद्घाटन…
उसके बाद जाकिर मूसा ने दक्षिण कश्मीर में हिज्ब की कमान संभाली थी। जाकिर ने अप्रैल में पहली बार स्थानीय लोगों से वीडियो संदेश में कहा था कि हिंदुस्तान के खिलाफ जंग आजादी हासिल करने या पाकिस्तान के साथ विलय के लिए नहीं है। यह कश्मीर में इस्लाम की बहाली के लिए है। उसने हुर्रियत नेताओं की हत्या की धमकी भी दी थी। उसने अपने एक अन्य वीडियो में कहा था कि पाक में भी इस्लामिक राज नहीं है। हमें उसके लिए भी प्रयास करना है।