इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण में किंग्स इलेवन पंजाब टीम के नवनियुक्त कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने मंगलवार को कहा है कि कप्तानी उनके लिए दबाव नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है. पंजाब ने अश्विन को इस साल नीलामी में 7.6 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है. अश्विन ने टीम जर्सी के अनावरण के मौके पर एक सवाल के जबाव में कहा, ‘आप कप्तानी को ताकत और दबाव के रूप में देख सकते हैं, लेकिन मैं इसे जिम्मेदारी के रूप में देखता हूं. मैं इसे लेकर काफी उत्साहित हूं.’
अश्विन इससे पहले आठ साल चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके हैं. चेन्नई आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीमों में गिनी जाती है. उसने दो बार खिताब अपने नाम किया है और दोनों बार अश्विन इस टीम के सदस्य थे. चेन्नई में अश्विन के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे. चेन्नई के निष्कासन के बाद अश्विन राइजिंग पुणे सुपरजाएंट में गए, जहां वह एक साल खेले और वो भी धोनी की कप्तानी में ही. धोनी को क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में गिना जाता है, क्या उनकी कप्तानी का असर अश्विन पर होगा इस पर ऑफ स्पिनर ने कहा, ‘मैं अपना काम करूंगा. मैं कई कप्तानों के साथ खेला हूं और सभी से काफी कुछ सीखा है तो कोशिश करूंगा कि जो अनुभव है और जो सीखा है उसे लागू कर सकूं.’
अश्विन काफी समय से भारत की वनडे और टी-20 टीम से बाहर चल रहे हैं. उन्हें चयनकर्ताओं ने आराम देने का फैसला किया था और इसी दौरान कुलदीप यादव तथा युजवेंद्र चहल ने मौका का फायदा उठा कर अपनी जगह टीम में पक्की कर ली. अश्विन से जब आईपीएल के जरिए सीमित ओवरों के प्रारूप में भारतीय टीम में वापसी करने के सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे साफ तौर पर नकार दिया. उन्होंने एक शब्द में इसका जबाव देते हुए कहा, ‘नहीं’.
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