अस्पतालों में लापरवाही और बदहाली की भेट कई मरीज चढ़ चुके है और इसके किस्से आम है जो सुर्खियों में कुछ दिन रहने के बाद गायब भी हो जाते है. मगर लापरवाही ज्यों की त्यों है. अब कानपुर के हैलट हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग में गुरुवार देर रात को एक बार फिर कुछ बे-कसूर मरीजोंकी जान चली गई. यहाँ आईसीयू का एयर कंडीशन प्लांट खराब हो गया और इसकी खबर जब तक अस्पताल प्रबंधन को लगती ओवर हीटिंग से वार्ड में भर्ती पांच मरीजों की जान जा चुकी थी. वार्ड में चार बच्चों समेत कुल 11 मरीज भर्ती थे. अब जब हादसा हो चुका है तो अस्पताल प्रशासन ने मौत की जांच के आदेश के साथ डॉक्टरों ने मामले को दबाने और बहाने खोजने की मुहीम शुरू कर दी है. उनका कहना है कि मौत एसी फेल होने की वजह से नहीं हुई है. सभी मृतक मरीजों की हालत गंभीर थी. मगर अगर हालत गंभीर थी तो परिजनों को इस बारे में कोई खबर कैसे नही थी यह एक सवाल है 
वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसी में पिछले कई दिनों से ख़राब था और उसे जैसे तैसे बस चलाया जा रहा था और इसी बीच गुरुवार को आईसीयू के सारे एसी बंद हो गए. ओवर हीटिंग के कारण सभी उपकरणों ने काम करना बंद कर दिया. जिसकी वजह से इंद्रपाल (75), गया प्रसाद (75), रसूल बख्श (55), मुरारी (56) व एक अन्य ने गर्मी से दम तोड़ दिया. आईसीयू प्रभारी डॉ सौरभ अग्रवाल का कहना है कि बीते 24 घंटे में पांच मरीजों की मौत तो हुई है, लेकिन एसी प्लांट फेल होने से नहीं. तीन मरीजों की मौत हार्ट अटैक से जबकि दो मरीज काफी गंभीर थे. उन्हें देर रात न्यूरोसर्जरी आईसीयू में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही थी.
अस्पताल प्रबंधन लापरवाही के लिए बहाने बना रहा है और अपना पल्ला झाड़ने की कवायद में जुट गया है वही जिनकी जान चली गई और जिनकी जा सकती है पर अभी भी मोती रकम फीस के रूप में वसूलने वाले अस्पताल की तरफं से एक्शन लिया जाना बाकि है. परिजन अपनों के सिरहाने बैठ कर हाथों से पंखा चलाने को मजबूर है .
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