हिमाचल प्रदेश में वोटिंग जारी है. करीब 50 लाख वोटर 68 विधानसभा सीटों पर वोटिंग कर रहे हैं. वर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपनी कुर्सी बचा पाएंगे या फिर प्रेम सिंह धूमल एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बन पाएंगे, ये एक बड़ा सवाल है. लेकिन हिमाचल प्रदेश के वोटरों को यह जानने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा.अभी-अभी: BJP ने किया 60 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा, कांग्रेस ने कहा- बहुमत हासिल करेंगे
9 नवंबर को वोटिंग, 18 दिसंबर को नतीजे
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजे गुजरात के साथ ही 18 दिसंबर को आएंगे. यानी हिमाचल के वोट गुरुवार को वोट डालने के बाद करीब 40 दिन बाद अपने मुख्यमंत्री का नाम जान पाएंगे. गुजरात में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे.
क्या कहता है समीकरण?
हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की 68 सीटों में से कांग्रेस को 36, बीजेपी को 26 तो अन्य को 6 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 2007 की तुलना में 2012 के विधानसभा चुनाव में 13 सीटों का फायदा हुआ था, वहीं बीजेपी को 2007 की तुलना में 2012 में 16 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा था. आपको बता दें कि ऐसा पहली बार है कि राज्य में वीवीपैट मशीनों के जरिए वोट डाले जा रहे हैं.
ये हैं इस बार के आंकड़ें –
कुल सीटें – 68
प्रत्याशी – 337
पुरुष प्रत्याशी – 138
महिला प्रत्याशी – 19
कुल मतदाता – 50,25,941
पुरुष मतदाता -25,68,761
महिला मतदाता – 24,57,166
ट्रांसजेंडर मतदाता – 14
वीरभद्र बनाम धूमल
इस बार सीधा मुकाबला मौजूदा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल के बीच है. दोनों ने इस बार अपनी पारंपरिक सीट से हटकर सीट चुनी है. प्रेम कुमार धूमल ने वोट डालने से पहले गुरुवार सुबह दावा किया कि उनकी पार्टी 60 से अधिक सीटें जीतने जा रही हैं.