देश की सबसे तेज़ ट्रेन तेजस आज पहली बार दौड़ती हुई नजर आएगी। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस तेजस सोमवार को अपने पहले सफर पर निकलेगी। सबसे पहले मुंबई से गोवा के बीच चलने वाली इस ट्रेन को रेलमंत्री सुरेश प्रभु मुंबई में हरी झंडी दिखाएंगे। करीब 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने को तैयार तेजस पीएम मोदी के बुलेट ट्रेन चलाने के सपने की तरफ पहला कदम है।
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क्या खास होगा तेजस में
तेजस में कई ऐसी सुविधाएं हैं जो अब तक भारतीय रेल की किसी भी ट्रेन में नहीं थी। इस ट्रेन के अंदर सीसीटीवी कैमरे, एलईडी टीवी, चाय और कॉफी की वेंडिंग मशीनें, जीपीएस बेस्ड यात्री सूचना डिस्प्ले के साथ ही धुआं और आग से बचाने वाली ऑटोमैटेड प्रणाली लगाई गई है।
इसकी बोगियां इस तरह से डिजाइन की गई हैं कि तेज रफ्तार होने के बावजूद इसमें बैठे यात्रियों को झटका नहीं लगेगा और वे आसानी से एक बोगी से दूसरी बोगी में जा पाएंगे। इतना ही नहीं इसके ऑटोमैटिक दरवाजों को मेट्रो की तरह डिजाइन किया गया है, यानी सारे दरवाजे एक साथ बंद होंगे, दरवाजों के बीच कुछ आ जाने की स्थिति में सभी दरवाजे खुल जाएंगे और जब तक दरवाजे बंद नहीं होंगे तब तक ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी।
किराया विमान के बराबर
तेजस का किराया शताब्दी ट्रेनों से 20 प्रतिशत महंगा होगा। इसके अलावा इसमें सुपरफास्ट चार्ज, आरक्षण चार्ज और खानपान शुल्क अलग से लगाए जाएंगे। बगैर भोजन के एग्जिक्यूटिव क्लास का किराया 2,540 रुपए तय रहेगा। वहीं, भोजन के साथ यह किराया 2,940 रुपए हो जाएगा। भोजन के साथ चेयर कार का किराया 1,850 रुपए होगा और भोजन के बगैर इसका किराया 1,220 रुपए होगा।
तेजस की अत्याधुनिक बोगियों का निर्माण कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री में किया गया है। तेजस एक्सप्रेस की घोषणा बजट में की गई थी। मुंबई-गोवा के अलावा तेजस ट्रेनों को दिल्ली-चंडीगढ़ी और दिल्ली-लखनऊ के बीच भी चलाने की योजना है।
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