इसके जरिए सरकार गरीबों की सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करना चाहती है। आपकों बता दें कि देशभर में जन धन योजना के तहत 27 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं। इनमें से 16 करोड़ आधार से जुड़े हैं। ये योजना एक मार्च से लागू होगी।
सरकार पर इस स्कीम से पड़ेगा 9 हजार करोड़ रुपए का बोझ
सरकार इस योजना पर काफी तेजी से काम कर रही है। अगर इंश्योरेंस स्कीम के तहत ऐक्सिडेंट और लाइफ इंश्योरेंस कवर दोनों दिया जाता है तो इससे सरकार पर 9,000 करोड़ रुपए का बोझ बढ़ेगा।
कई प्रस्ताव पर हो रहा है विचार
इस मामले से वाकिफ एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस बारे में कई प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। इनमें से एक ऐसी बीमा योजना है, जिसमें तीन साल तक प्रीमियम का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। टर्म इंश्योरेंस या होल लाइफ इंश्योरेंस में कौन सा जीवन बीमा है आपके लिए बेहतर?
सरकार पहले से चला रही है 3 बड़ी योजना
2014 में केंद्र ने तीन सामाजिक सुरक्षा प्रोग्राम शुरू किए थे। इनमें प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और अटल पेंशन योजना (APY) शामिल थीं।
भारत में इंश्योरेंस प्रीमियम और जीडीपी का रेशियो बहुत कम है। 2015 में यह 3.44 फीसदी था।
क्या है PMJJBY और PMSBY
PMJJBY के तहत जो लाइफ इंश्योरेंस कवर दिया जा रहा है, उसके लिए 330 रुपये का शुरुआती प्रीमियम देना पड़ता है। PMSBY के तहत ऐक्सिडेंटल इंश्योरेंस पर सालाना 12 रुपये खर्च करने पड़ते हैं।
इसमें ऐक्सिडेंटल डेथ कवर और डिसेबिलिटी शामिल हैं। दोनों ही मामलों में 2 लाख रुपये तक का बेनेफिट पॉलिसीहोल्डर को दिया जाता है।
PMJJBY के तहत 44,720 क्लेम रजिस्टर किए गए हैं, जिसमें से 40,375 में भुगतान किया जा चुका है। वहीं, PMSBY के लिए 8,821 क्लेम आए, जिनमें से 5,878 में भुगतान हुआ।