आतंकी हिंसा का शिकार बन रहे पत्रकारों की संख्या में हुई वृद्धि, अब तक मारे गए 67 मीडियाकर्मी
यूक्रेन-रूस युद्ध, हैती में अराजकता और मेक्सिको में आपराधिक समूहों द्वारा बढ़ती हिंसा ने 2022 में कई पत्रकारों की जान ले ली। आतंकी हिंसा का शिकार बन रहे पत्रकारों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स की एक नई रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में इस साल अब तक 67 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे जा चुके हैं, जबकि पिछले साल 47 मारे गए थे।