सोचो एक ट्रेन का टिकिट कितने में पड़ेगा? जनरल का नहीं एसी का. हजारों का. बहुत हुआ तो दसियों हजार का. लेकिन अगर हम कहें कि एक आदमी को इंडियन रेलवे का एक टिकिट करोड़ों का पड़ा तो क्या आप भरोसा करेंगे? 12,64,37,164 फिर से पढ़ें 12 करोड़ 64 लाख 37 हजार 164 रुपये का एक टिकिट. इतना महंगा टिकिट किसने खरीदा डॉ. एबीपी मिश्रा ने.
अब जानो कि मुद्दा क्या है. दरअसल एक ट्रेन चला करती है. साइंस एक्सप्रेस. लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में छह रिकॉर्ड्स में उसका नाम आया. और तो और इसमें एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है. डॉ. हर्षवर्धन ने खुद ट्वीट करके बताया. साइंस एक्सप्रेस डीएसटी विभाग की कस्टमाइज्ड ट्रेन है. इसमें 16 कोच होते हैं, ऐसी वैसी नहीं एसी की ट्रेन है. जिस पर मोबाइल साइंस प्रदर्शनी चलती है. इस ट्रेन को पूरे देश में घुमाया जा रहा है, जिसका टाइम सुबह 10 बजे से शाम 5 तक का है.
इसके नाम जो पहला रिकॉर्ड है, वो Largest Climate Change Awareness Programme का है. अभी चल रहे आठवें फेज में इसे अब तक 20 लाख से ज्यादा लोग विजिट कर चुके हैं. अक्टूबर 2007 में ये ट्रेन चली थी. इसने अब तक इसने आठ चरण में यात्रा की है.
किसी साइंस एक्जीबिशन में एक दिन में सबसे ज्यादा विजिटर आने का रिकॉर्ड भी इसी ट्रेन के पास है. 11 दिसंबर 2015 को जब ये ट्रेन रेवाड़ी के पास अनाजमंडी रेलवे स्टेशन में थी, तब एक दिन में 63,996 विजिटर इसे देखने आए थे.
और तो और ये सबसे ज्यादा विजिटर्स वाली मोबाइल साइंस एक्जीबिशन भी है. 30 अक्टूबर 2007 से 22 मार्च 2016 तक इसे देखने 1 करोड़ 52 लाख विजिटर्स आ चुके हैं. इस बीच ट्रेन 442 जगहों पर रुकी थी
सबसे ज्यादा छात्रों ने एक्सपेरिमेंट भी इसी ट्रेन पर किए. 22 मार्च 2016 तक 4 लाख एक हजार 227 बच्चे इस पर प्रयोग करने आ चुके थे. जाहिर है ट्रेन में लैब भी है ही. उस लैब को JOS यानी जॉय ऑफ साइंस कहा जाता है.
अब जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है वो जानिए. ये सबसे लंबी मोबाइल साइंस एक्जीबिशन है. जब से ये लांच हुई माने 30 अक्टूबर 2007 उसके बाद से 22 मार्च 2016 तक ये 1 लाख 37 हजार 115 किलोमीटर चल चुकी थी.
अब सबसे महंगे टिकट वाली बात भी कर लेते हैं. दरअसल ये टिकिट डॉ. एबीपी मिश्रा के नाम पर कटा था. वो डिपार्टमेंट ऑफ साइंस और टेक के वैज्ञानिक हैं. टिकट कटने की तारीख थी. 13 अक्टूबर 2015. ये 15 अक्टूबर 2015 से 7 मई 2016 वाले एक फेज का किराया था.