कप्तान सुनील छेत्री के नेतृत्व में भारतीय फुटबाल टीम आज मुंबई फुटबाल ऐरेना में चार देशों के इंटरकोंटिनेंटल कप के फाइनल मुकाबले में केन्या का सामना करेगी. भारत ने टूर्नामेंट के अपने तीन में से दो मैचों में जीत दर्ज करके फाइनल में एंट्री की है. अपने पहले मैच में मेजबान टीम ने चीनी ताइपे को 5-0 से करारी शिकस्त दी जबकि दूसरे मैच में अफ्रीकी देश केन्या को 3-0 से हराया. हालांकि, तीसरे मुकाबले में उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ 1-2 से हारे झेलनी पड़ी.
इस टूर्नामेंट में कप्तान सुनील छेत्री अपनी टीम के लिए संटकमोचन बनकर उभरे है. उन्होंने टूर्नामेंट में अबतक कुल छह गोल दागे है. छेत्री ने पहले मैच में हैट्रिक लगाई जबकि केन्या के खिलाफ दो गोल दागे, उन्होंने आखिरी मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का एकमात्र गोल किया.
छेत्री के अलावा जेजे लालपेख्लुआ और उदांता सिंह का प्रदर्शन भी टूर्नामेंट में शानदार रहा है. जेजे और उदांता ने लगातार विपक्षी टीम के डिफेंडर पर दबाव बनाया है जिससे छेत्री को गोल करने के कई मौके मिले.
मिडफील्ड में प्रणॉय हल्दर पर सबकी नजरें टिकी होंगी जबकि डिफेंस की जिम्मेदारी संदेश झिंगन, प्रीतम कोटाल और अनस एडाथोडिका पर होगी. भारतीय डिफेंस ने टूर्नामेंट में केवल एक गोल खाया है और केन्या के खिलाफ भी वह अपने बेहतरीन प्रदर्शन का जारी रखना चाहेगी.
पिछले मैच में कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने गोलकीपर अमरिंदर सिंह को मौका दिया था लेकिन वप गोलपोस्ट में उतने सहज नजर नहीं आए जिसके कारण फाइनल मुकाबले में गुरप्रीत सिंह संधू के खेलने की संभावनाएं अधिक हैं. भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में अब तक आक्रामक फुटबाल खेली है और स्टीफन कांस्टेनटाइन यह कह चुके है कि उनका एकमात्र लक्ष्य खिताब पर कब्जा करना है.
स्टीफन कांस्टेनटाइन ने मैच से पहले कहा, “हमने जो भी राउंड रोबिन दौर में किया वो अतीत की बात हो चुकी है. हम फाइनल में किसी को भी हल्के में नहीं ले सकते. केन्या ने बताया है कि वह किस बात में सक्षम हैं. हम उनका सम्मान करते हैं, लेकिन एक समय हमारा लक्ष्य टूर्नामेंट को जीतना होगा.”
मुंबई में होने वाले फाइनल मुकाबले में बारिश का साया भी मंडरा रहा है, ऐसे में दोनों ही टीमें विपरीत परिस्थितिओं में खेलने के लिए तैयार होगी. बारिश होने के संभावनाओं पर भारतीय कोच ने मजाक में कहा, “जो खिलाड़ी तैर सकते हैं उन्हें खेलने का मौका मिलेगा.”
वहीं केन्या के कोच इस मैच में पिछली हार का बदला लेने उतरेंगे. केन्या के कोच सेबास्टियन मिग्ने ने कहा, “हम भारत के खिलाफ सिर्फ जीत चाहते हैं. हम किसी खिलाड़ी को लेकर बदले की भावना नहीं रख रहे हैं, हम फाइनल में भारत को मात देना चाहते हैं.”
उन्होंने कहा, “मैं फाइनल में मेजबान देश के साथ खेलना चाहता था और अब मैं इस बात से खुश हूं कि मेरे खिलाड़ी उस टीम से भिड़ेंगे जिस टीम से हारे थे, लेकिन इस बार परिणाम अलग होगा.”