दुनिया के किसी भी खेल से ज्यादा क्रिकेट को पसंद करने वाले लोग सबसे ज्यादा है. भारत में तो हर बच्चे के हाथ में बल्ला होता है और दिल में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर. देखा जाए तो क्रिकेट का इतिहास इतना पुराना है कि क्रिकेट के बारे में सब कुछ जान पाना लगभग नामुमकिन है. ऐसे में क्रिकेट के मैदान पर आए दिन कोई न कोई ऐसा रिकॉर्ड बन ही जाता है जिसे सदियों तक याद रखा जाता है.
मौजूदा खबर अनुसार बता दें कि क्रिकेट के खेल में कई रिकॉर्ड बनते और टूटते रहते हैं. क्रिकेट के खेल को भारी अनिश्तताओं का खेल कहा जाता है और इस खेल के पीछे पूरी दुनिया दीवानी है. लेकिन क्या कभी आपने ऐसा कोई T20 मैच देखा है जिसके एक खिलाड़ी ने 19 छक्के मारे हो और फिर भी वो टीम हार गई हो. नहीं न, तो चलिए आज हम आपको एक ऐसे ही मैच के बारे में बता दें जो ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड की महिलाओं के बीच खेला गया था. इस टी20 मुकाबले में कुछ ऐसा हुआ, जिसकी कल्पना शायद ही कोई कर सके.
बता दें कि केनबरा में खेले गए इस मुकाबले में चौकों की जमकर बरसात हुई और साथ ही टूट गया रिकॉर्ड. जी हां, ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बेथ मूनी ने 70 गेंदों में 19 चौकों और एक छक्के की मदद से 117 रन की धुंआधार पारी खेली. इसी के साथ इस बल्लेबाज ने हमवतन मेग लैनिंग (18 चौके) का भी रिकॉर्ड तोड़ा. ऑस्ट्रेलिया की ओर से पूरी पारी में 25 चौके लगे मगर टीम को अंत में जो नसीब हुई, वो थी हार. पहले बल्लेबाजी करते हुए सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी और एलीसा हैली (19) के बीच 59 रन की साझेदारी हई.
गौरतलब है कि इसके बाद एलेस विलानी (16) और एलिस पैरी (16) ने बेथ मूनी का बखूबी साथ निभाते हुए निर्धारित 20 ओवर में महज 2 विकेट के नुकसान पर टीम के स्कोर को 178 रन तक पहुंचाया. इस दौरान विपक्षी टीम की ओर से कैथरीन ब्रंट और सोफी एक्लेस्टोन को ही एक-एक सफलता हाथ लगी. विशाल टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही और उसे महज 30 रन पर 3 झटके लग गए. मगर इसके बाद कप्तान हीथर नाइट (51) और डेनिएल वैट (100) ने 139 रन की साझेदारी करते हुए टीम के जोत के बेहद करीब पहुंचाया.
बताते चलें कि टीम 17.3 ओवर में जीत से महज 10 रन पीछे थी, जिसे कैथरीन ब्रंट (5) और फ्रेन विल्सन (नाबाद 5) ने मिलकर 6 गेंदें शेष रहते आसानी से हासिल कर लिया. हालांकि ऑस्ट्रेलिया की ओर से जेस जोनेसन (25/2) और डेल्सा किमंन्स (30/2) ने शानदार गेंदबाजी की लेकिन साथी गेंदबाज मेहमान टीम पर खासा दबाव नहीं बना सकीं. किसी एक अंतर्राष्ट्रीय टी20 मैच में पुरुषों की ओर से सर्वाधिक चौके लगाने का रिकॉर्ड हर्शल गिब्स (2007), एरॉन फिंच (2013) और ग्लेन मैक्सवेल (2016) के नाम दर्ज है, जिन्होंने 14-14 चौके लगाए थे.