जीवन में कुछ ऐसे राज और गुप्त बातें होती हैं जिन्हें कुछ लोगों के साथ साझा करने में नुकसान है। जानिए उन लोगों के बारे में।
महाभारत के तीर्थयात्रा पर्व में (स्त्रियां मूढेन बालेन लुब्धेन लघुनापि वा। न मंत्रयीत गुह्यानि येषु चोन्मादलक्षणम्।।) श्लोक के जरिए इस बात का उल्लेख किया गया है कि व्यक्ति को कुछ लोगों के सामने अपनी गुप्त बातें नहीं करनी चाहिए अन्यथा नुकसान सहना पड़ता है।
मूर्ख लोगों को अपने राज नहीं बताने चाहिए। दरअसल मूर्ख को ये भान नहीं रहता कि उसे राज की बात किसके साथ साझा करनी चाहिए। वो मूर्खता में आपके राज आपके शत्रु के सामने भी कह सकता है जिससे आप संकट में पड़ जाएंगे।
यूं भी कुछ महिलाओं का चंचल स्वभाव उनके पेट में कोई बात पचने नहीं देता। खासकर अगर बात परिवार के मान सम्मान से जुडी है तो उसे भूलकर भी चंचल स्वभाव की महिला के सामने न करें। आप जिस बात के लिए मना करेंगे वो गाहे बगाहे उसी बात को सबके सामने बोल देंगी जिससे परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर लग सकती है।
बच्चों को इस बात का भान नहीं होता कि किसी बात की गंभीरता और निजता की सीमा क्या है। बच्चे अपने आस पास के बच्चों के बीच भी घर की गुप्त बातें बोल देते हैं और दूसरों के सामने भी। इतना ही नहीं शत्रु बच्चों को बहलाकर घर की गुप्त बातें जान सकते हैं। इसिलए बच्चों के सामने गुप्त और गहरे राज नहीं बोलने चाहिए। लालची किसी का सगा नहीं होता। अगर आप लालची इंसान के साथ गहरे राज शेयर करेंगे तो वो कल को किसी भी लालच में आपके राज आपके शत्रु के साथ साझा कर सकता है। वो अपने फायदे के लिए आपको ब्लैकमेल भी कर सकता है।
जो लोग गलत कामकाज में जैसे चोरी लूट और दूसरे काम में लगे हों उनसे भूल कर भी निजी बातें साझा न करें। कल वो उन्हीं का लाभ उठाकर आपका बुरा कर सकते हैं।
अति उत्साही और उन्मादी किस्म के लोगों के साथ निजी बातें साझा नहीं करनी चाहिए क्योंकि उन्माद या अति उत्साह में ये आपकी पोल सबके सामने खोल सकते हैं। इनके साथ केवल वहीं बातें करें जिनके जगजाहिर होने से आपका नुकसान न हो।