त्योहार निकट है और आप बाजार में खरीदारी का विचार बना रहे हैं तो तय कर लें कि किस मार्ग से और किस साधन से आपको जाना है? आप एक-दो घंटे नहीं, बल्कि 5 घंटों से भी ज्यादा जाम की जद में फंस सकते हैं। ये हम नहीं गत पांच सालों के दिवाली के त्यौहारों के आंकड़ें बयां करते हैं।Attack: अब तक सबसे बड़ा आतंकी हमला, 276 लोगों की मौत, 300 घालय!
तहत ही दिवाली के त्यौहारी सीजन में शहर का 70 फीसदी हिस्सा जाम की जद में रहता है और औसतन बाहरी दिल्ली से मध्य दिल्ली में आने में त्यौहारी सीजन में व्यक्ति को 3 से 5 घंटे का समय भी लग जाता है। हालांकि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जाम की समस्या से निपटने की हर बार की तरह पूरी तैयारी कर ली है, लेकिन वह कितनी कारगर होगी, यह तो वक्त ही बताएगा।
पुलिस ने जो तैयारी की, उसके मुताबिक मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठकें हुई हैं और कुछ दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। जैसे दुकानों को सड़कों तक न बढ़ाएं। अपने वाहनों को दुकानों के आगे पार्क न करने दें। निकट की पार्किंग में ही वाहन खड़ा करें, इत्यादि। ट्रैफिक डीसीपी असलम खान ने बताया कि सोमवार से सड़कों पर यातायात का दबाव बढ़ना शुरू हो जाएगा। अधिकांश स्टाफ सड़कों पर मौजूद रहेगा। खास तौर से दिल्ली के बड़े बाजारों के आस-पास ट्रैफिक पुलिस ज्यादा सतर्क रहेगी। यहां यातायात व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस लोकल पुलिस का भी सहयोग लेगी।
ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि वे त्योहारों के दौरान निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करें। अगर निजी वाहनों का इस्तेमाल कर रहें हैं, तो उन्हें सड़क-फुटपाथ के बजाय पार्किंग में ही पार्क करें। अन्यथा वाहन को उठा लिया जाएगा। सड़कों पर खड़े वाहनों को उठाने के लिए अतिरिक्त क्रेनें तैनात रहेंगी।