ईरान ने इराकी सीमा में घुसकर इस्राइल के जासूसी मुख्यालय पर मिसाइल दाग दी। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने ही हमले की जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गार्ड्स ने सीरिया में भी इस्लामिक स्टेट के खिलाफ हमला किया है। हाल ही में ईरान में बम धमाका हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। ईरान ने इस्राइल पर हमले का आरोप लगाया था, जिसके जवाब में ईरान ने मोसाद के मुख्यालय पर हमला किया।
ईरानी समूह ने दी जानकारी
ईरान के गार्ड्स ने कहा कि उन्होंने इराक के उत्तरी शहर एरिबल के पास स्थित इस्राइल की मोसाद एजेंसी पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। आंतकी समूहों आईएस की सभाओं को तबाह करने के लिए भी बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि एरिबल से करीब 40 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में अमेरिकी दूतावास के साथ-साथ नागरिक बस्तियों तक विस्फोट की आवाज आई थी। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि मिसाइल हमलों से कोई भी अमेरिकी सुविधा प्रभावित नहीं हुई है। हालांकि, अभी तक इस्राइली अधिकारियों की ओर से हमले की पुष्टि नहीं हो पाई है। हमले के कारण चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए, जिन्हें पास के ही अस्पताल में ले जाया गया है। हवाईयात्रियों को एरिबल हवाईअड्डे पर ही रोक दिया गया है।
एरिबल स्थित अमेरिका दूतावस के पास भी विस्फोट
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो ईराक के एरिबल शहर स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के नजदीक भी कई विस्फोट हुए हैं। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने ही हमलों की जिम्मेदारी ली है। सूत्रों के मुताबिक, बमबारी बेहद हिंसक थी, अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास आठ स्थानों को निशाना बनाया गया है। कुछ सूत्रों की मानें तो एरिबल हवाई अड्डे के पास भी तीन ड्रोन मार गिराए गए हैं।
पिछले सप्ताह ईरान में बम धमाका, 100 लोगों की मौत
बता दें, पिछले सप्ताह ईरान में दो बम धमाके हुए थे, जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई। बम धमाके के कारण इस्राइल-हमास युद्ध के बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। तनावपूर्ण हालातों के मद्देनजर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन अरब देशों का दौरा कर सकते हैं। ईरान और हमास ने हमले का जवाबदेह अमेरिका और इस्राइल को माना है। हालांकि, अमेरिका ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।