उड़ी हमले में आठ आतंकियों को मार गिराने वाले चमोली जिले के मठ गांव निवासी मेजर प्रीतम सिंह कुंवर को कीर्ति चक्र से नवाजा जाएगा।परेड के बाद NCC कैडेट को जमीन पर लिटाकर बेल्ट से पीटा, जानिए वजह…
उन्हें जम्मू कश्मीर के उड़ी में लंबी मुठभेड़ के बाद आठ आतंकियों को मार गिराने पर शांतिकाल के दूसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया है। 71वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा इन पुरस्कारों की घोषणा की गई है। मेजर प्रीतम सिंह कुंवर को कीर्ति चक्र के लिए चुने जाने की घोषणा से चमोली के बंड क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
गढ़वाल राइफल के मेजर प्रीतम सिंह कुंवर मठ गांव के मूल निवासी हैं और वर्तमान में उनका परिवार देहरादून में रहता है। मेजर कुंवर के पिता नरेंद्र सिंह कुंवर भी सेना से सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि उनकी माता रुक्मणी देवी गृहणी हैं।
इसी वर्ष 26 मई को उड़ी के सेक्टर चार में आतंकी हमला हुआ था। तब मेजर प्रीतम सिंह कुंवर के नेतृत्व में उनकी 17 सदस्यीय टीम ने लंबी मुठभेड़ के बाद आठ आतंकियों को मार कर आपरेशन पूरा किया था। मेजर प्रीतम के पिता नरेंद्र सिंह कुंवर का कहना है कि प्रीतम ने राज्य और देश का गौरव बढ़ाया है।
दशोली ब्लॉक के ज्येष्ठ प्रमुख अयोध्या हटवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुनील कोठियाल, जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी, बंड विकास संगठन के अध्यक्ष शंभू प्रसाद सती, विजय प्रसाद मलासी, हरीश पुरोहित, क्षेत्र पंचायत सदस्य हरिबोधनी खत्री और गौरव फर्स्वाण का कहना है कि बंड क्षेत्र के अधिकांश युवा भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कीर्ति चक्र के लिए मेजर प्रीतम सिंह का चयनित होना क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।