वरिष्ठ कांग्रेस नेता और उत्तराखंड में कांग्रेस की प्रभारी अंबिका सोनी के कांग्रेस के बागियों पर दिए बयान ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तराखंड दौरे पर आई पार्टी की प्रदेश प्रभारी अंबिका सोनी ने साफ तौर पर कहा है कि पार्टी में बागी पूर्व विधायकों के लिए घर वापसी के सारे विकल्प खुले हैं।
अंबिका सोनी के बयान से ऐसा लगता है कि भले सीएम हरीश रावत कांग्रेस से नाता तोड़ने वाले बागियों के खिलाफ हमलावर हो, लेकिन कांग्रेस को अभी भी उनकी वापसी की उम्मीद है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में कांग्रेस के नौ पूर्व विधायकों ने कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी।
बुधवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेने से पूर्व अंबिका सोनी मीडिया कर्मियों से रूबरू हुई। संगठन द्वारा सरकार पर चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं करने के आरोप के संबंध में पूछे सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार के पास वादों को पूरा करने के लिए अभी पर्याप्त समय है। दो तीन महीने में उन्हें पूरा करने के प्रदेश सरकार प्रयास करेगी।
पार्टी आलाकमान की ओर से प्रदेश प्रभारी बदले जाने की चर्चाओं के जबाब में उन्होंने बताया कि अपनी राजनीतिक व्यस्तताओं के चलते उन्होंने खुद केंद्रीय आलाकमान से प्रदेश प्रभारी का दायित्व किसी और को सौंपे जाने की मांग की थी, लेकिन अभी तक आलाकमान ने इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है।
अपने उत्तराखंड दौरे के बाबत उन्होंने जानकारी दी कि इसमें पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं के साथ बैठक होगी, जिसमें चुनाव समन्वय समिति के गठन, चुनावी एजेंडे, प्रत्याशियों के चयन और सरकार संगठन के बीच बेहतर तालमेल समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी। कहा कि आलाकमान के साथ ही प्रदेश सरकार का पूरा फोकस विधानसभा चुनाव जीतने पर हैं। पार्टी बहुमत से जीतकर एक बार फिर सत्ता में आएगी।