मानसून की गति मंद पड़ने से पिछले चार दिनों से दून में बारिश नहीं हुई। इसके कारण लोग गर्मी और उमस से बेहाल हैं। हालांकि, मौसम विभाग का पूर्वानुमान कुछ राहत की उम्मीद जरूर लाया है। अगले 24 घंटे में दून और मसूरी में गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई जा रही है। जबकि, नौ जुलाई को विशेषकर पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं 10 और 11 जुलाई को कुमाऊं मंडल के साथ-साथ गढ़वाल मंडल के चमोली, पौड़ी और रुद्रप्रयाग जनपदों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। विभाग ने इसके मद्देनजर अलर्ट जारी किया है। वहीं, कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में आज मौसम साफ है। देहरादून में गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं। दून में शनिवार की बात करें तो दिनभर हल्के बादल छाए रहे, जिससे उमस बढ़ गई। वहीं दून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 35.2 और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 24.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, नौ से 11 जुलाई के बीच गढ़वाल और कुमाऊं में मूसलाधार बारिश हो सकती है। उत्‍तराखंड में बदला मौसम, पिथौरागढ़ में एक ग्रामीण नाले में बहा यह भी पढ़ें जिलाधिकारियों को किया अलर्ट राज्य मौसम विभाग की अत्याधिक बारिश की चेतावनी को देखते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के उपसचिव जयलाल शर्मा ने समस्त जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है। कहा कि इस अवधि में कोई भी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं रखेंगे और अपने तैनाती स्थलों पर उपस्थित रहेंगे। विद्यालयों में आवश्यक सावधानी एवं सुरक्षा बरती जाए। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न दी जाए।

उत्तराखंड के छह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मानसून की गति मंद पड़ने से पिछले चार दिनों से दून में बारिश नहीं हुई। इसके कारण लोग गर्मी और उमस से बेहाल हैं। हालांकि, मौसम विभाग का पूर्वानुमान कुछ राहत की उम्मीद जरूर लाया है। अगले 24 घंटे में दून और मसूरी में गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई जा रही है। जबकि, नौ जुलाई को विशेषकर पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं 10 और 11 जुलाई को कुमाऊं मंडल के साथ-साथ गढ़वाल मंडल के चमोली, पौड़ी और रुद्रप्रयाग जनपदों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। विभाग ने इसके मद्देनजर अलर्ट जारी किया है। वहीं, कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में आज मौसम साफ है। देहरादून में गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं।मानसून की गति मंद पड़ने से पिछले चार दिनों से दून में बारिश नहीं हुई। इसके कारण लोग गर्मी और उमस से बेहाल हैं। हालांकि, मौसम विभाग का पूर्वानुमान कुछ राहत की उम्मीद जरूर लाया है। अगले 24 घंटे में दून और मसूरी में गर्जन के साथ बारिश की संभावना जताई जा रही है। जबकि, नौ जुलाई को विशेषकर पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। वहीं 10 और 11 जुलाई को कुमाऊं मंडल के साथ-साथ गढ़वाल मंडल के चमोली, पौड़ी और रुद्रप्रयाग जनपदों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। विभाग ने इसके मद्देनजर अलर्ट जारी किया है। वहीं, कुमाऊं और गढ़वाल मंडल में आज मौसम साफ है। देहरादून में गर्मी और उमस से लोग बेहाल हैं।   दून में शनिवार की बात करें तो दिनभर हल्के बादल छाए रहे, जिससे उमस बढ़ गई। वहीं दून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 35.2 और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 24.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, नौ से 11 जुलाई के बीच गढ़वाल और कुमाऊं में मूसलाधार बारिश हो सकती है।      उत्‍तराखंड में बदला मौसम, पिथौरागढ़ में एक ग्रामीण नाले में बहा यह भी पढ़ें जिलाधिकारियों को किया अलर्ट  राज्य मौसम विभाग की अत्याधिक बारिश की चेतावनी को देखते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के उपसचिव जयलाल शर्मा ने समस्त जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है। कहा कि इस अवधि में कोई भी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं रखेंगे और अपने तैनाती स्थलों पर उपस्थित रहेंगे। विद्यालयों में आवश्यक सावधानी एवं सुरक्षा बरती जाए। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न दी जाए।

दून में शनिवार की बात करें तो दिनभर हल्के बादल छाए रहे, जिससे उमस बढ़ गई। वहीं दून का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 35.2 और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 24.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, नौ से 11 जुलाई के बीच गढ़वाल और कुमाऊं में मूसलाधार बारिश हो सकती है। 

जिलाधिकारियों को किया अलर्ट

राज्य मौसम विभाग की अत्याधिक बारिश की चेतावनी को देखते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के उपसचिव जयलाल शर्मा ने समस्त जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है। कहा कि इस अवधि में कोई भी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं रखेंगे और अपने तैनाती स्थलों पर उपस्थित रहेंगे। विद्यालयों में आवश्यक सावधानी एवं सुरक्षा बरती जाए। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न दी जाए।

 
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