उमेश हत्याकांड में आरोपित अतीक अहमद ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की लगाई गुहार
माफिया से राजनेता बने अतीक अहमद ने यूपी की जेल में ट्रांसफर होने पर अपनी जान को खतरा बताते हुए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी। जिसे सुनने के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है। अतीक अहमद की याचिका पर आज सुनवाई हो सकती है।
माफिया और पूर्व सांसद रहे अतीक अहमद ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की मांग करते हुए याचिका दायर की थी। याचिका में कहा गया है कि 2005 के राजू पाल हत्याकांड के एक प्रमुख गवाह और उसके दो सुरक्षा गार्डों की गोली मारकर हत्या किए जाने के कुछ दिनों बाद उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ में मारे जाने का डर है।
उनकी याचिका ऐसे दिन आई है जब एक भाजपा सांसद ने परोक्ष रूप से ऐसी संभावना की चेतावनी दी थी। इसके अलावा बुधवार को, अतीक अहमद के एक सहयोगी के घर ‘जहां पहले राजनेता भी रुके थे’ को प्रयागराज में नगर निगम के अधिकारियों ने नागरिक कानून के उल्लंघन का हवाला देते हुए बुलडोजर चला दिया।
सर्वोच्च न्यायालय में दायर याचिका में कहा गया है, “उन्हें वास्तव में आशंका है कि इस पारगमन अवधि के दौरान उन्हें समाप्त किया जा सकता है”, केंद्र और राज्य सरकार को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देश देने की मांग की गई है।
ट्विटर पर, कन्नौज के भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने गैंगस्टर विकास दुबे की 2020 में हुई मौत को याद किया, जिसमें उनके साथ मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ कथित तौर पर गोलीबारी हुई थी। पुलिस के बयान के मुताबिक, उन्हें ले जा रही कार पलट गई थी। पाठक ने उमेश पाल और पुलिसकर्मियों की हत्या को उत्तर प्रदेश सरकार पर ‘सीधा हमला’ बताया था।
सांसद सुब्रत पाठक ट्वीट करते हुए कहा था कि, “याद रखना, जब विकास दुबे नहीं बचा तो इन दरिंदों का क्या होगा, यह बताने की जरूरत नहीं है।” “और अगर अब अतीक की गाड़ी भी पलट जाए तो मुझे बिल्कुल आश्चर्य नहीं होगा।”
पिछले शुक्रवार, 2005 में बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की यूपी के प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हमले में उनकी सुरक्षा के लिए सौंपे गए दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई थी। जिसमें संदीप मौके पर मारा गया था वहीं राघवेन्द्र ने बुधवार को इलाज के दौरान पीजीआई में दम तोड़ा।
शनिवार को राज्य विधानसभा में जब उमेश पाल हत्याकांड का मुद्दा उठा तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि गैंगस्टरों को धूल चटाई जाएगी। माफिया को मिट्टी में मेला देंगे।
उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी अरबाज सोमवार को प्रयागराज में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। 2005 के मामले में आरोपी अतीक अहमद पर उमेश पाल हत्याकांड में भी मामला दर्ज है।