साल 2017 की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘पद्मावती’ लगातार कई संगठनों के विरोध का सामना कर रही थी। ऐसे में ‘पद्मावती’ के मेकर्स ने इस फिल्म की रिलीज डेट टालने का फैसला लिया है। फिलहाल नई तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। वहीं करणी सेना के लोकेंद्र सिंह कल्वी का कहना है कि फिल्म की अगली रिलीज डेट पर भी इसका विरोध जारी रखा जाएगा। राजपूत संगठनों की मांगों को समर्थन देते हुए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी कहा कि विवादित दृश्यों को हटाने के बाद ही फिल्म को यूपी में दिखाने की इजाजत दी जाएगी।
Viacom18, maker of #Padmavati, says it has voluntarily #deferred film’s release date.— Press Trust of India (@PTI_News) November 19, 2017
‘पद्मावती’ के मेकर्स की ओर से ये बड़ा फैसला क्यों लिया गया फिलहाल इसका कोई खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन फिल्म पर जारी विवाद इसकी रिलीज डेट टालने की एक बड़ी वजह बन सकती है। साथ ही सेंसर बोर्ड ने फिल्म ‘पद्मावती’ भी अभी तक नहीं देखी है।
‘पद्मावती’ के मेकर्स की ओर से ये बड़ा फैसला क्यों लिया गया फिलहाल इसका कोई खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन फिल्म पर जारी विवाद इसकी रिलीज डेट टालने की एक बड़ी वजह बन सकती है। साथ ही सेंसर बोर्ड ने फिल्म ‘पद्मावती’ भी अभी तक नहीं देखी है।
मेकर्स ने पिछले शुक्रवार को ही सेंसर बोर्ड के पास अपनी फिल्म भेजी है। नियमों के मुताबिक सेंसर बोर्ड फिल्म के क्लीयरेंस के लिए 60 दिनों तक का समय ले सकती है, ऐसे में 1 दिसंबर को रिलीज न होने के पीछे ये कारण भी हो सकता है।
दूसरी ओर राजपूत करणी सेना ‘पद्मावती’ के विरोध में अपना विरोध जारी रखी हुई है। सिनेमाघर जलाने, जान से मारने और हिंसा फैलाने की धमकी दी जा रही है। अखंड राष्ट्रवादी पार्टी ने पद्मावती के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है। जिसमें रानी पद्मिनी की छवि को खराब करने के आरोप में फिल्म पर बैन लगाने की मांग है।