मेडिकल स्टोर के बजाए ऑनलाइन मेडिसन खरीदना सस्ता तो पड़ता है, लेकिन इसके साथ कई ऐसे रिस्क हैं जिनसे आपके पैसे तो जाएंगे ही साथ ही जान का खतरा भी हो सकता है। ऐसा होने पर आप उस वेबसाइट के बारे में शिकायत भी दर्ज करने के बाद किसी तरह की कार्रवाई होना मुश्किल है। अभी अभी: मोदी ने किया कोच्चि मेट्रो का उद्घाटन, श्रीधरन, वैंकेया के साथ सफर पर निकले..
ऑनलाइन मेडिसन खरीदना हो रहा है पॉपुलर
विदेशों की तरह भारत में भी ऑनलाइन मेडिसन खरीदना काफी पसंद किया जा रहा है। घर बैठे ई-रिटेल साइट से सामान खरीदने के बाद दवाओं का कारोबार भी नेट से हो रहा है। हालांकि इसमें अभी कुछ गिनी-चुनी कंपनियां ही काम कर रही हैं। लोग भारी डिस्काउंट के चलते ऑनलाइन मेडिसन खरीदने को ज्यादा तवज्जो दे रहे हैं।
एक्सपॉयरी वाली दवाएं आने से होती है परेशानी
ऑनलाइन मेडिसन मंगाने से पुरानी या जल्दी एक्सपॉयर होने वाली दवाएं आने का खतरा रहता है। इसके अलावा कई बार कंपनियां गलत सॉल्ट वाली दवाएं भी आ जाती है, जिसको लेने से तबीयत सही होने के बजाए और खराब हो सकती है। ऑनलाइन दवा खरीदने पर कंपनियां 20 से 40 फीसदी तक छूट देती हैं, वहीं दुकान पर 10 से 15 फीसदी छूट मिलती है।
एक ब्रांड नाम से होती हैं कई दवाएं
इंटरनेट पर जो दवाएं बिकती हैं उनमें एक ब्रांड नाम से कई दवाएं होती हैं, जिनका सॉल्ट अलग-अलग होता है। उदाहरण के लिए अगर आप ऑनलाइन पेरासिटामॉल दवा मगाएंगे तो इस सॉल्ट के कई कॉम्बिनेशन आते हैं, इसलिए दवा मंगाने से पहले इसमें सावधानी रखने की जरुरत है।
कई बार आ जाती हैं नकली दवाएं
कई बार इंटरनेट पर ऐसी दवाओं का प्रचार किया जाता है, जो देखने में तो सही मालूम पड़ती है, लेकिन जब सामने आती है तो उसकी असलियत के बारे में पता चलता है। उदाहरण के तौर पर इंटरनेट पर वजन कम करने की दवाओं के बारे में बहुत सारी दवाईयों के बारे में बताया जाता है। इसके लिए पैसा भी ज्यादा रखा जाता है। लोग जब उसको मंगा लेते तब जाकर के उन्हें पता चलता है कि वो दवा नकली है।
डॉक्टर के पर्चे की नहीं पड़ती जरुरत
ऑनलाइन दवा मंगाने के लिए किसी तरह के डॉक्टर के पर्चे की जरुरत नहीं पड़ती है। कोई भी व्यक्ति अपनी मर्जी से कोई भी दवा मंगा सकता है। इससे आप वैसे भी ड्रग्स खरीद सकते हैं, जिनको बिना डॉक्टर की सलाह के बेचा नहीं जा सकता है।
भारत में लीगल है ऑनलाइन मेडिसन बेचना
भारत में ऑनलाइन मेडिसन बेचना वैध है। इसको ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के तहत बेचा जाता है। हालांकि दवा के तय समय पर पहुंचना, एक निर्धारित तापमान पर दवा को स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन के दौरान रखना इस पर किसी तरह का कोई नियम या कानून तय नहीं है।