ज़्यादातर सर्विसेज के लिए अब आधार की लिंकिंग अनिवार्य हो चुकी है. हालांकि, सरकार ने इसकी डेडलाइन बढ़ाकर 31 मार्च 2018 कर दी है. आधार कार्ड से जुड़े धोखाधड़ी के मामले भी लगभग रोज सामने आ रहे हैं. आप भी अगर ऐसी किसी समस्या से जूझ रहे हैं या इससे बचना चाहते हैं तो पता लगा सकते हैं कि आपका आधार कार्ड कहां कहां इस्तेमाल हो रहा है?
इस नई सुविधा का नाम है आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री. हम आपको बता रहे हैं आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री को आजमाने की स्टेप बाई स्टेप प्रक्रिया
-आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री के पेज पर अपना आधार नंबर और सिक्योरिटी कोड एंटर करें. इसके बाद एक ओटीपी आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा.
-सबमिट करते ही ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री खुल जाएगी और इसमें ऑथेंटिकेशन डेट, टाइम, टाइप, आईडी और रिस्पॉन्स जैसी जानकारी मिलेगी.
– आप यहां देख सकते हैं अगर किसी ने आपके आधार कार्ड को कहीं इस्तेमाल किया है
यूआईडीएआई ने कई बार स्पष्ट किया है कि आधार नंबर कोई गोपनीय नंबर नहीं है और यदि कोई आधार धारक सरकारी कल्याण योजनाओं या अन्य सेवाओं का लाभ लेना चाहता है तो उसे प्राधिकृत एजेंसियों के साथ आधार संख्या साझाा करनी होती है. आधार से जुड़ी धोखाधड़ी से बचने के लिए आधार बायोमेट्रिक डेटा लॉक करना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है