कानपुर में हुई घटना के बाद जिले के अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं। संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा व बकरीद की परिस्थितियों में आसामाजिक तत्वों द्वारा ऐसी अवांछनीय गतिविधियों को किए जाने की आशंका है, जिससे लोक शांति भंग हो सकती है। इसके चलते जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
जिले में धारा 144 लागू होने के बाद से किसी भी सार्वजनिक स्थान पर पांच या उससे अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकेंगे। किसी भी सार्वजनिक स्थान पर जनसभा, जलसा या जुलूस व धरना-प्रदर्शन बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के नहीं हो सकेगा। कोई भी व्यक्ति विस्फोटक सामग्री या फिर तेजाब नहीं ले जा सकेगा। लाउडस्पीकर, डैक या अन्य कोई ऐसी ध्वनि विस्तारक यंत्र सक्षम अधिकारी की लिखित अनुमति से बजा पाएगा। कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का हथियार लेकर सार्वजनिक स्थान या मार्ग पर नहीं चल सकेगा।
परीक्षा के दौरान केंद्रों से दो सौ मीटर की परिधि में फोटो स्टेट, कोरियर, कंप्यूटर की दुकानें परीक्षा के दौरान बंद रहेंगी। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने, धार्मिक उन्माद बढ़ाने वालों पर कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी के अनुसार जिले में निषेधाज्ञा तीन जुलाई तक लागू रहेगी। इसका उल्लंघन करने वालों पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इस बीच शहर में ताजुश्शरिया का दो रोजा उर्स होना है और इत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल (आइएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने दस जून को इस्लामियां मैदान पर धरना-प्रदर्शन का अल्टीमेटम दिया है।
गुस्ताखी को बर्दाशत नहीं कर सकता मुसलमान: आल इंडिया रजा एक्शन कमेटी के मौलाना अदनान रजा कादरी ने कानपुर की घटना पर प्रतिक्रिया दी है। कहा है कि अब उत्तर प्रदेश में कानून नाम की कोई चीज़ ही नहीं बची। आए दिन मुसलमानों पर जुल्म ढाया जा रहा है। मस्जिदों-दरगाहों पर हमले किए जाते हैं और ये सब करने वालों पर कोई कार्रवाई न होने पर जब मुसलमान आवाज उठाते हैं तो उन पर पथराव किया जाता है। इसके बाद पुलिस भी मुसलमानों पर ही जुल्म ढाती है। उन्होंने कहा कि पैगंबर की शान में गुस्ताखी को मुसलमान बर्दाश्त नहीं कर सकता है।
नूपुर शर्मा को भाजपा से निकालने की मांग: दरगाह आला हजरत के संगठन जमात रजा मुस्तफा के राष्ट्रीय महासचिव व काजी ए हिंदुस्तान के दामाद फरमान हसन खान (फरमान मियां) ने भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निकालने की मांग प्रधानमंत्री से की है। इस बाबत उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजा है। उनका कहना है कि मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन नबी ए करीम की गुस्ताखी हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकता है।
जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि संघ लोक सेवा व अन्य परीक्षाओं व बकरीद को देखते हुए जिले में निषेधाज्ञा लागू की गई है। यह तीन जुलाई तक लागू रहेगी। ताजुश्शरिया उर्स की अनुमति फिलहाल विचाराधीन है। धरना-प्रदर्शन के संबंध में अब तक किसी ने अनुमति नहीं मांगी है।