भुवनेश्वर: ओडिशा में चक्रवात फोनी की वजह से बारिश और तेज हवाएं चलने के बीच राज्य सरकार ने 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा और लोगों से शुक्रवार को घरों में रहने की सलाह दी। यह तूफान पुरी के पास शुक्रवार सुबह दस्तक देगा। अत्यंत प्रचंड च्रकवात ओडिशा के तट की ओर बढ़ रहा है। ओडिशा के 17 जिलों में फोनी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही सभी स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।
भुवनेश्वर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के डायरेक्टर एचआर विश्वास के अनुसार फोनी तूफान के ओडिशा के तट से टकराने की प्रक्रिया का प्रभाव दिखना शुरू हो चुका है। फोनी चक्रवात सुबह 8 बजे से 11 बजे के बीच कभी भी टकरा सकता है। उनके अनुसार सुबह 06.31 बजे फोनी तूफान पूरी से करीब 70 किमी दूर था और यह तेजी से बढ़ रहा है। वहीं पुरी में इस समय 175 किमी की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। साथ ही भुवनेश्वर में हवाएं की रफ्तार 50 किमी है। चक्रवात फोनी ओडिशा के तट से शुक्रवार सुबह टकरा सकता है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सुबह 5.30 बजे फोनी पुरी से 80 और गोपालपुर से 65 किलोमीटर दूर था। अब बताया जा रहा है कि यह पुरी से करीब 40 किमी दूरी पर है। औसतन 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से फोनी एक कर्व लेता हुआ कोस्टल एरिया की तरफ घूम रहा है। जब यह तट पर आएगा तो तूफान 180 से 195 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार में होगा और हवा 205 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पर होगी। फोनी रात तक ओडिशा के तटीय इलाकों में कहर बरपाएगा फिर पश्चिम बंगाल की ओर चला जाएगा। पूरे ओडिशा कोस्टल एरिया में रात करीब 2 बजे से भारी बरसात हो रही है।
तेज हवाएं चल रही हैं। फोनी के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा राहत दल एनडीआरएफ की 3 अतिरिक्त टीमों को तैनात किया गया है। ये टीमें भुवनेश्वर नगर पालिका के आयुक्त को रिपोर्ट करेंगी। ओडिशा में एनडीआरएफ की कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं। इसके अतिरिक्त 10 टीमें और तैनात की गई हैं। मुख्य सचिव एपी पधी ने कहा कि चक्रवात के टकराने की पूरी प्रक्रिया चार पांच घंटे की होगी। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लोगों से अपील की है कि वे इस दौरान घरों के अंदर ही रहें और कहा कि लोगों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।
वहीं भारतीय तटरक्ष बल और नौसेना ने भी राहत इंतजाम में अपने पोत और कर्मियों को तैनात किया है। तट रक्षक बल ने ट्वीट कर कहा कि चक्रवाती तूफान फोनी को देखते हुए 34 राहत दलों और चार तटरक्षक पोतों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दिल्ली में कहा कि भारतीय नौसेना के पोत सहयाद्री, रणवीर और कदमत को राहत सामग्री तथा चिकित्सा दलों के साथ तैनात किया गया है। जिससे वे चक्रवात के तटीय इलाके से गुजरने के फौरन बाद राहत कार्य शुरू कर सकें।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने जानकारी दी कि गुरुवार मध्य रात्रि से भुवनेश्वर से उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा। शुक्रवार सुबह से कोलकाता हवाई अड्डे से भी उड़ानों का परिचालन अस्थायी रूप से रोक दिया जाएगा और हालात बेहतर होते ही उड़ानों को बहाल कर दिया जाएगा। रेलवे ने ओडिशा से रेलगाडिय़ों का परिचालन पहले ही अस्थायी रूप से रोक दिया है।
कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता में एनसीएमी की बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति को गुरुवार को जानकारी दी कि 10,000 गांव और 52 शहर एवं कस्बे इस तूफान से प्रभावित होंगे। ओडिशा सरकार द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य पहले से ही किया जा रहा है। सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे लोगों के रहने के लिए लगभग 900 तूफान आश्रय स्थल पहले ही तैयार कर लिए गए हैं।