आरटीआई में खुलासा उस वक्त हुआ है, जब सत्तारुढ़ माकपा सरकार ने कुछ दिनों पहले अपना बजट पेश किया था। सरकार की ओर से नकदी के संकट को दूर करने के लिए वित्तीय अनुशासनों की वकालत की गई, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के लिए हुए इस खर्चे ने प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
कोच्चि के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता डीबी बीनू ने बताया कि चश्मे पर 49900 रुपये खर्च किए गए, जिसमें उसके फ्रेम की कीमत 4,900 और लेंस पर 45,000 रुपये खर्च किए गए। साथ ही उन्हें इसी साल जनवरी में 4.25 लाख रुपये इलाज के लिए दिए गए।
विरोधियों के निशाने आने वाले अध्यक्ष श्रीरामकृष्णन ने सफाई में कहा कि डॉक्टरों की सलाह पर ही उन्होंने ये चश्मा लिया। वहीं बीनू ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष की ओर से बिलों की कॉपी मांगी गई, लेकिन वो नहीं दी गई। बीनू का कहना है कि वो सूचना आयोग के पास अपनी अपील लेकर जाएंगे। इससे पहले भी स्वास्थ मंत्री भी 28 हजार का चश्मा खरीदने के चलते विवादों में आए हैं।
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