आस्ट्रेलियाई दिग्गज इयान चैपल ने उस विवाद में भारतीय कप्तान विराट कोहली का समर्थन किया है जिसके कारण पूर्व कोच अनिल कुंबले को अपना पद गंवाना पड़ा था। उन्होंने कहा कि अगर कप्तान पर कोच थोपा जाता है तो वह ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसके साथ वह सहज महसूस करें। चैपल ने ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो’ में अपने कालम में किसी भी टीम में कोच की भूमिका को बहुत महत्वपूर्ण नहीं माना।
उन्होंने लिखा, ‘‘कोहली के अनिल कुंबले के साथ वैसे मानवीय रिश्ते नहीं रहे जैसे कि रवि शास्त्री के साथ थे जबकि वह क्रिकेट निदेशक थे। अब जबकि भारत ने शास्त्री को कोच नियुक्त कर दिया है तो सवाल पैदा होता है कि ‘किसी चीज को क्यों बदलना चाहिए जबकि उसमें बदलाव की जरूरत नहीं है?’’ चैपल ने आगे कहा, ‘‘अगर कोच को कप्तान पर थोपा जाता है तो कम से कम वह ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसके साथ वह सहज महसूस करे।’’ कुंबले ने पिछले महीने चैंपियन्स ट्राफी के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने स्वीकार किया था कि कोहली के साथ उनके संबंध ‘अस्थिर’ हो गये थे। कोहली ने अभी तक इस विवाद पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
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रवि शास्त्री का कोच के रूप में चयन विवादों में घिरा रहा क्योंकि सीएसी के सदस्यों- सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने पूर्व कोच अनिल कुंबले को अगले दो साल के लिए टीम का कोच चुना था लेकिन कप्तान विराट कोहली के विरोध के चलते कुंबले ने इस्तीफा दे दिया। कुंबले के इस्तीफे के बाद कोहली की मर्जी के अनुरूप शास्त्री को कोच नियुक्त कर दिया गया।
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बीसीसीआई ने 15 जुलाई को सहायक कोचों को लेकर चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। सीएसी) ने रवि शास्त्री को मुख्य कोच, राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी कोच और जहीर खान को गेंदबाजी कोच नियुक्त किया। लेकिन रवि शास्त्री जहीर खान को गेंदबाजी कोच बनाए जाने से खुश नहीं थे। इसलिए जहीर की जगह भरत अरुण को गेंदबाजी कोच के तौर पर लाया गया।