कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन प्रतिबंधों के चलते जूझ रही अर्थव्यवस्था के बीच एक अच्छी खबर है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves) अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 555.12 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। 16 अक्टूबर को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 3.615 बिलियन डॉलर की बढ़त हुई है, जिससे यह उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। भारतीय रिज़र्व बैंक के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
इससे पिछले सप्ताह अर्थात 9 अक्टूबर, 2020 को समाप्त हुए सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 5.867 बिलियन डॉलर की बढ़त दर्ज की गई थी, जिससे यह 551.505 बिलियन डॉलर पर आ गया था। समीक्षाधीन अवधि के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार में इस बढ़ोत्तरी का मुख्य कारण विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (FCA) में तेज वृद्धि है। एफसीए कुल विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण भाग होता है। समीक्षाधीन अवधि में एफसीए में 3.539 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई, जिससे यह बढ़कर 512.322 बिलियन डॉलर हो गया।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि के दौरान भारत के कुल स्वर्ण भंडार में 86 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई, जिससे यह बढ़कर 36.685 बिलियन डॉलर हो गया।
आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास जमा भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 11 मिलियन डॉलर की कमी आई, जिससे यह घटकर 4.634 बिलियन डॉलर पर आ गया। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ विशेष आहरण अधिकार समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 1.480 बिलियन अमरीकी डॉलर पर अपरिवर्तित रहे।
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