एनडीए की तरफ राष्ट्रपति पद के लिए नॉमिनेशन भरने के बाद देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के दौरे के बाद रामनाथ कोविंद सोमवार की सुबह देवों की धरती उत्तराखंड पहुंचे. यहां उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ ही, उनकी पूरी कैबिनेट और सभी विधायकों से मुलाकात की. इसके साथ ही सभी पांच सांसदों से भी मुलाक़ात कर उन्होंने आगे की रणनीति पर विचार किया.AAP सरकार अब GST लागू होने के बाद छोटे व्यापारियों से कराएगी ट्रेनिंग..
मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष ने की अगुवाई
रामनाथ कोविंद सोमवार सुबह जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उनकी अगुवाई में पहले से ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ तमाम भाजपा के बड़े नेता मौजूद थे. यहां से उनका काफिला सीधा मुख्यमंत्री आवास पहुंचा, जहां पहले से ही सभी विधायक उनके आने की प्रतीक्षा में थे.
निर्दलीय का भी कोविंद को समर्थन
मुख्य रूप से कभी कांग्रेस की सरकार में उत्तराखंड क्रांति दल से मंत्री रहे और इस चुनाव में निर्दलीय चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंचे धनोल्टी से प्रीतम सिंह पंवार भी रामनाथ कोविंद को अपना समर्थन देने के लिए मौजूद रहे. ये कहीं न कहीं कांग्रेस पार्टी के लिए झटका है, क्योंकि प्रीतम सिंह पंवार को हरीश रावत का बेहद करीबी माना जाता रहा है. ये माना जा रहा था कि धनोल्टी विधायक हर हाल में यूपीए का समर्थन करेंगे. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि कि भाजपा के दिनो-दिन बढ़ते कद की वजह से उन्होंने ये फैसला लिया है.