कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। चिकित्सालयों में तीसरी लहर को लेकर अतिरिक्त वार्ड बनाने के साथ ही बच्चों की सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम हो रहे हैं। कौशल विकास मिशन ने भी तीसरी लहर के मद्देनजर युवाओं को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। लखनऊ समेत सूबे के 10 जिलों में शुरू होने वाले तीन महीने क्रैश कोर्स शुरू होगा। कई जिलों में तो प्रशिक्षण को लेकर माक टेस्ट भी हो चुका है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत इसका क्रियांवयन शुरू हो गया है। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित होने वाले इस कोर्स के माध्यम से देश की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कोविड वारियर्स के लिए इस क्रैश कोर्स की शुरुआत होगी। देश के जाने माने चिकित्सक डा. देवी शेट्टी की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने जिलों में कोविड प्रबंधन के लिए छह कोर्सों के संचालन पर बल दिया है। 18 से 35 वर्ष आयु के इंटी प
इनका मिलेगा प्रशिक्षण
- जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (बेसिक)
- जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (एडवांस्ड क्रिटिकल केयर)
- इमरजेंसी मेडिकल तकनीशियन (बेसिक)
- होम हेल्थ ऐड।
- मेडिकल इक्विपमेंट टेक्नोलाजी।
- रक्त नमूना संग्राहक।
अस्पतालों में मिलेगी ट्रेनिंग: लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के साथ ही अन्य नौ जिलों के जिला चिकित्सालयों में युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। पहले चरण में लखनऊ के अलावा वाराणसी, प्रयागराज, देवरिया , इटावा , गोरखपुर, जौनपुर, ललितपुर , मऊ व सहारनपुर में यह कोर्स शुरू होगा। वाराणसी व प्रयागराज में माक टेस्ट के साथ कोर्स की शुरुआत हो गई है।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के जोनल अधिकारी प्रशांत कटियार ने बताया कि भारत सरकार के निर्देश पर यह कोर्स शुरू हो रहा है। पहले चरण में 10 जिलों को चुना गया है। कोर्स के लिए कौशल विकास मिशन की वेबसाइट यूपीएसडीएम.जीओवी.इन पर पंजीयन कराना होगा। दो हजार युवाओं को तीन महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।