क्रूड ऑयल की कीमत गुरुवार को गिरावट के साथ 40 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गयी है। पिछले सत्र में भी क्रूड ऑयल में 5 फीसद से अधिक की गिरावट दर्ज की गई थी। क्रूड ऑयल की कीमत में यह गिरावट रिकॉर्ड स्तर पर यूएस क्रूड इंवेंट्रीज के आने और कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से ईंधन की खपत में सुधार को लेकर उठ रहे संदेह के कारण आई है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यूएस क्रूड ऑयल भंडार 14 लाख बैरल के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर आ गया है। इससे क्रूड ऑयल की कीमतों पर बड़ा असर पड़ा है। बुधवार को ब्रेंट ऑयल गिरावट के साथ 39.47 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था। इस वैश्विक बेंचमार्क में बुधवार को 5.4 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, यूएस WTI क्रूड 1.3 फीसद की गिरावट के साथ 37.52 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था।
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के बढ़ने से तेल और इक्विटी दोनों पर ही दबाव आया है। कई अमेरिकी राज्यों में नए संक्रमण के मामले बढ़े हैं। साथ ही ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण के मामलों में दो महीनों में सबसे अधिक दैनिक वृद्धि हुई है। नए संक्रमण के मामलों में यह तेजी तेल खपत में सुधार को प्रभावित कर सकती है। गौरतलब है कि कई देशों में लॉकडाउन में ढील के बाद तेल की खपत में सुधार हुआ है।
पेट्रोलियम उत्पादक देशों के संगठन ओपेक व इसके सहयोगियों ने तेल उत्पादन में कटौती का समझौता किया हुआ है, इस कारण मौजूदा समय में तेल मार्केट को काफी मदद मिल रही है। इससे पहले अप्रैल में ब्रेंट ऑयल की कीमत 21 वर्षों के न्यूनतम स्तर 16 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई थी और यूएस क्रूड ऑयल की कीमत नेगेटिव हो गई थी।
पिछले तीन महीनों में क्रूड ऑयल WTI की कीमतों को देखें, तो अप्रैल के मध्य में इसकी कीमत में भारी गिरावट आई थी। इसके बाद तेल उत्पादक देशों द्वारा उत्पादन में कटौती का समझौता करने व कई देशों में लॉकडाउन में ढील दिये जाने के कारण इसकी कीमत में धीरे-धीरे सुधार हुआ है।
क्रूड ऑयल WTI का फ्यूचर भाव गुरुवार को भी 40 डॉलर से नीचे ट्रेंड कर रहा है। गुरुवार दोपहर क्रूड ऑयल WTI का फ्यूचर भाव 0.58 फीसद या 0.24 डॉलर की गिरावट के साथ 37.80 डॉलर प्रति लीटर पर ट्रेंड कर रहा था। वहीं, ब्रेंट ऑयल का फ्यूचर भाव 0.37 फीसद या 0.15 डॉलर की गिरावट के साथ 40.16 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा था।