डेली लाइफ में जब हम किसी चीज का चुनाव करते हैं, बात चाहे खाद्य पदार्थ की हो, कपड़े की हो या फिर एयरलाइन्स की तो हम स्वाभाविक रूप से उस चीज की ओर जाते हैं , जिस पर हमें हाई क्वालिटी का भरोसा होता है। हालांकि, इस प्रवृत्ति को अक्सर निवेश में अनदेखा कर दिया जाता है, जहां कई लोग शॉर्ट-टर्म ट्रेंड या लो वैल्यूएशन की ओर भागते हैं और क्वालिटी बिजनेस में हिस्सेदारी ना लेकर लॉन्ग-टर्म लाभों को अनदेखा कर देते हैं।
क्वालिटी इन्वेस्टिंग के जरिए उन कंपनियों पर ध्यान दिया जाता है, जिसका फंडामेंटल्स स्ट्रांग हो, मैनेजमेंट ईमानदार हो और रेजिलिएंट बिजनेस मॉडल हो। ऐसी कंपनियां लगातार हाई रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और रिटर्न ऑन इंवेस्टेड कैपिटल (ROIC), कर्ज का कम बोझ, बेहतर कैश फ्लो और प्रुडेंट कैपिटल एलोकेशन पर ध्यान देती है। इन नंबर्स के अलावा क्वालिटी में ब्रांड की ताकत, ग्राहक वफादारी, नवाचार और प्रतिस्पर्धी लाभ भी शामिल हैं।
इतिहास ने दिखाया है कि क्वालिटी में चूक – जैसे प्रोडक्ट को वापस मंगाना या सेफ्टी फेलियर्स – ग्लोबल ब्रांडों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाती है। वहीं, अगर प्रोडक्ट की क्वालिटी अच्छी है तो उससे जुड़ी कंपनियां कस्टमर लॉयल्टी, प्राइसिंग पावर और नियमित आय कमाती हैं। ऐसी कंपनियां आर्थिक तनाव के दौरान आगे बढ़ती रहती हैं। स्ट्रांग बैलेंस शीट और ऑपरेशनल एफिशिएंसी के साथ, ये कंपनियां मुद्रास्फीति, बढ़ती लागत और टाइट क्रेडिट से निपटने के लिए बेहतर ढंग से तैयार रहती हैं।
ग्लोबल अनसर्टेनिटी और स्लो ग्रोथ के बीच, निवेशक क्वालिटी कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाली स्थिरता की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि क्वालिटी किसी एक क्षेत्र या आकार तक सीमित नहीं है। कंज्यूमर स्टेपल और IT आम उदाहरण हैं। वैसे, लार्ज कैप और स्मॉल कैप दोनों में प्राइवेट बैंकिंग, फार्मा, सीमेंट और रिटेल जैसे सेट्कर्स भी मजबूत कैंडिडेट्स हैं ।
दिलचस्प बात यह है कि हाल ही में क्वालिटी स्टॉक्स वैल्यू और मोमेंटम के मामले में स्ट्रगल कर रहे हैं, इसलिए कई स्ट्रांग बिजनेस अब आकर्षक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे हैं। यह लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए उचित कीमतों पर क्वालिटी खरीदने का अवसर बनाता है। हालांकि, क्वालिटी इंवेस्टिंग का मतलब किसी भी कीमत पर खरीदना नहीं है। वैल्यूएशन डिसिप्लिन लंबी अवधि के रिटर्न के साथ डाउनसाइड प्रोटेक्शन को संतुलित करने की कुंजी है।
आखिरकार, क्वालिटी इंवेस्टिंग एक फिलोसोफी है, न कि सिर्फ एक रणनीति। यह अनिश्चित दुनिया में स्थिरता और मन की शांति लाता है। क्वालिटी थीम में निवेश करने के प्रभावी तरीकों में से एक म्यूचुअल फंड भी है।
इस चीज को देखते हुए, ICICI Prudential Mutual Fund एक नई पेशकश लेकर आया है – ICICI Prudential Quality Fund, जो क्वालिटी फैक्टर पर आधारित एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है। इसका उद्देश्य उचित वैल्यूएशन को बनाए रखते हुए, हाई इक्विटी ऑन रिटर्न (ROE) और रिटर्न ऑन इन्वेस्टेड कैपिटल (ROIC), लो लेवरेज, स्ट्रांग कैश फ्लो और साउंड कैपिटल एलोकेशन वाली मौलिक रूप से मजबूत कंपनियों में निवेश करके लॉन्ग-टर्म ग्रोथ लाना है। New Fund Offer (NFO) 6 मई, 2025 से 20 मई, 2025 तक खुला है।
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