काली मिर्च एक ऐसी चीज़ है जो भारत के सभी किचन में पाई जा सकती है। हमारे यहां शायद ही कोई ऐसी डिश है, जो काली मिर्च के बिना बन सकती हो। चाहे सलाद हो या फिर ग्रेवी या उबला हुआ अंडा, सभी में चुटकी भर नमक के साथ काली मिर्च भी डाली जाती है। काली मिर्च को अंग्रेज़ी में ब्लैक पेपर या पेपरकॉर्न भी कहा जाता है। इस सूखे मसाले को साबुत या फिर उसका पाउडर बनाकर खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जाता है।

इसकी ख़ास बात यह है कि इसे किसी भी डिश में शामिल किया जा सकता है। फिर चाहे सलाद हो या सूप काली मिर्च के बिना शायद ही इसका स्वाद अच्छा लगेगा।
आयुर्वेद में भी माना जाता है कि इस जड़ी बूटी में औषधीय गुण होते हैं, जो टॉन्सिल, पेट फूलना और पाचन संकट जैसी स्थितियों का इलाज करते हैं। चीनी चिकित्सा में, काली मिर्च का उपयोग मिर्गी के इलाज के लिए किया जाता है। लेकिन क्या यह छोटे से आकार का मसाला सिर्फ इन्हीं चीज़ों के लिए है? ऐसा नहीं है काली मिर्च कई और तरह से फायदेमंद साबित होती है। आइए जानें इसके बारे में…
सूजन से लड़ती है
सूजन एक विदेशी जीवाणु का सामना करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रतिक्रिया है, जो एंटीबॉडी बनाने के लिए एक प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को ट्रिगर करती है। हालांकि, अगर सूजन बार-बार आने लगे, तो इसकी वजह से रूमेटाइड गठिया जैसी ऑटो-इम्यून बीमारी हो सकती है। काली मिर्च में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बीमारी के ख़तरे से लड़ने में मददगार हो सकते हैं।
एंटी-कैंसर गुण
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर के एक हिस्से में कोशिकाओं की अनियंत्रित, असामान्य वृद्धि होती है, जिससे ट्यूमर बनता है। कई अध्ययनों के अनुसार, काली मिर्च में पाया जाने वाला एक यौगिक पिपेरिन कैंसर के ख़तरे से लड़ने में मदद कर सकता है और साथ ही यह स्तन, कोलन और प्रोस्टेट में कैंसर कोशिकाओं के उत्पादन को सीमित करता है।
पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण
खाने के ज़रिए पोषक तत्व हासिल करना एक बात है, लेकिन शरीर द्वारा वह अवशोषित हुए या नहीं यह अलग बात है। काली मिर्च में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करते हैं। काली मिर्च शरीर को रेस्वेराट्रोल जैसे एंटीऑक्सिडेंट को अवशोषित करने में मदद करती है। यह मूंगफली, जामुन और रेड वाइन में पाया जाने वाला एक यौगिक है, जो मधुमेह, हृदय रोग और अल्ज़ाइमर रोग के जोखिम से बचा सकता है।
एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर
शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करने के अलावा, काली मिर्च में भी एंटी-ऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को छोड़ते हैं, और शरीर में सूजन के जोखिम को कम कर फ्री रेडिकल्स से बचाता है।
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