गर्मियां आ गई हैं। ऐसे में आपके लिए स्वास्थ्य का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। पढ़िए सीनियर फिजीशियन चंद्रा गुप्ता इसके बारे में क्या कहती हैं।
गर्मी से निजात पाने के लिए अगर आप सड़क किनारे मिलने वाला गन्ने का जूस पीते हैं तो सावधान हो जाइए। इसकी हकीकत बिल्कुल उल्टी है। सीनियर फिजीशियन चंद्रा गुप्ता ने बताया कि यदि आप सावधानी बरतेंगे तो गन्ने के जूस से होने वाली बीमारी से बच सकते हैं। कई बार गन्ने की सफाई नहीं की जाती। गन्ने की सफाई न होने की वजह से उस पर काली फफूंद लग जाती है।
गन्ने का जूस आप पी रहे हैं वह साफ है या नहीं। नींबू कैसा है। जूस बनाने वालों ने हाथ धोए की नहीं। अगर आपने ध्यान नहीं दिया तो यहीं से आप बीमारी के चंगुल में फंस जाएंगे।
बॉटनी एक्सपर्ट डॉ. विनीता गुलाटी ने बताया कि अगर गन्ना लाल है तो इसका रस मत पीजिए। वह एक तरह की डिजीज है। जिसे रेड रॉट डिजीज कहा जाता है। यह फंगस गन्ने के रस को लाल कर देता है। इससे हेपेटाइटिस ए, डायरिया और पेट की बीमारियां होती हैं।
सीनियर फिजीशियन चंद्रा गुप्ता ने बताया कि सफाई का ध्यान न रखा जाए तो ज्वाइंडिस, हेपेटाइटिस, टायफायड, डायरिया जैसी बीमारियां हो सकती हैं। रास्तों में खड़ी किसी भी रेहड़ी से गन्ने का जूस कतई न पीयें, इससे संक्रमण होने का खतरा होता है।
गन्ने का रस निकालने के लिए मशीन का इस्तेमाल करती हैं। इन मशीनों को चलाने का एक खास किस्म के तेल का उपयोग होता है। ये तेल यदि पेट में चला जाए तो इसका बुरा असर पड़ता है।
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