बिटकॉइन की तर्ज पर बिटकनेक्ट नामक कंपनी बनाकर गुजरात के सैकड़ों लोगों को करोड़ों का चूना लगाने वाले मुख्य आरोपित दिव्येश दरजी को दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़ लिया गया है। एक हजार 800 करोड़ रुपये के इस ठगी मामले में शनिवार को ही पांच आरोपितों के खिलाफ 1 हजार 47 पेज का आरोप पत्र पेश किया गया।
लंदन में कंपनी का पंजीकरण करके सूरत में कार्यालय खोलकर दिव्येश दरजी ने दो करोड़ 80 लाख बिटकॉइन जारी कर करीब 1 हजार 800 करोड़ रुपये जुटा लिए थे। शैलेष भट्ट नामक बिल्डर से एक मामले में पूछताछ करते हुए गुजरात पुलिस ने 12 करोड के बिटकॉइन व नकदी अपने खातों में ट्रांसफर करा ली थी, जिसके बाद इस मामले का खुलासा था। दिव्येश इसके बाद दुबई भाग गया था, लेकिन रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने के बाद शनिवार को वह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा, जहां इमिग्रेशन डिपार्टमेंट ने उसे धर दबोचा।
इसी से जुड़े एक मामले में गुजरात पुलिस ने पांच आरोपितों के खिलाफ 1047 पेज का आरोप पत्र पेश किया है। इस मामले में किरीट पालडिया व आरोपित पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि पूर्व विधायक नलिन कोटडिया, शैलेष भट्ट सहित 8 आरोपियों की धरपकड़ की तलाश है। मामले की जांच गुजरात की सीआईडी क्राइम कर रही है।