गुजरात कांग्रेस नेताओं की सोशल मीडिया कंपनियों के साथ दिल्ली में पार्टी के वॉर रूम में मीटिंग हुई. गुजरात में राज्यसभा चुनाव जीतने के बाद अब विधानसभा की तैयारियों में जुट गई है कांग्रेस. कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया और पीआर एजेंसियों से 8 घंटे लिया प्रेजेंटेशन. चुनाव को राहुल बनाम मोदी नहीं बनाएगी पार्टी. सूत्रों के अनुसार गुजरात में सोशल मीडिया और चुनाव कैम्पेन से जुड़ा काम निक्सन कंपनी को मिल सकता है. गोआ में भी इसी कंपनी ने संभाला था काम, जहां कांग्रेस 18 सीट जीतकर बनी थी सबसे बड़ी पार्टी.
कांग्रेस के आंतरिक सर्वे के अनुसार ग्रामीण इलाकों में स्थिति बेहतर है, शहर की 62 सीट पर कांग्रेस को ज्यादा मेहनत करनी है. इन सीटों पर सोशल मीडिया पर ज्यादा फोकस होगा. प्रेजेंटेशन देने आयी ज़्यादातर एजेंसियों ने भी बताया कि, उन्होंने भी जो कैमरे पर सर्वे कराएं हैं, उसमे भी कमोबेश यही हालत है.
कांग्रेस की चिंता यह है कि गुजरात का 18 से 35 साल के बीच का युवा कांग्रेस शासन से परिचित नही है क्योंकि, अर्से से वो राज्य की सत्ता से बाहर है. इन युवाओं तक सोशल मीडिया के जरिये पहुचना कांग्रेस के लिए चुनौती है. इस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने आजतक को बताया कि मोदी अमित शाह हर हथकंडा अपनाते हैं और अपनाएंगे. इसी इसलिए हमने तय किया कि, रणनीति हम ही बनाएंगे, लेकिन तकनीकी मदद की जरूर पड़ने पर ही छोटे पैमाने पर ही इनका साथ लेंगे. सबका प्रेजेंटेशन हमने देखा है.
यूपी चुनाव से सबक लेते हुए, गुजरात मे कांग्रेस मोदी के मुक़ाबले सिर्फ अपने राज्य के नेताओं को सामने रखेगी, सोशल मीडिया के जरिये कांग्रेस प्रचार करेगी कि गुजरात का मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी या राहुल गांधी नही बनेंगे. इसलिए विजय रुपानी वर्सेज भरत सिंह, शक्ति सिंह, सिद्धार्थ पटेल, अर्जुन मोढवाडिया और दूसरे स्थानीय नेताओं को ही सामने रख कर चुनाव लड़ा जाएगा. इस पर सीधे भरत सोलंकी ने कहा कि, बीजेपी के राज्य के सीएम और बाकी नेताओं से जनता का भरोसा उठ चुका है, इसलिए मोदी डरे हुए हैं. इसीलिए अमित शाह और मोदी बार बार गुजरात आ रहे हैं.