भारत-चीन सीमा पर सरहद की रक्षा करने वाले ITBP के 1654 पदाधिकारियों और कर्मियों की पदोन्नति दी गई है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में रैंक लगाकर अफसरों का प्रमोशन किया. कार्यक्रम में सभी अधिकारियों और अन्य रैंक के अधीनस्थ जवानों को भी पदोन्नत किया गया. ITBP मुख्य रूप से 3488 किमी लंबी हिमालयी सीमा की निगरानी में तैनात हैं.अभी-अभी: रायपुर मेडिकल कॉलेज में 3 बच्चों की हुई मौत, नशे में कर्मचारी ने बंद कर दी ऑक्सीजन
पिछले 6 सालों से इन अधिकारियों और जवानों की पदोन्नति रुकी हुई थी. इस मौके पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे जवान और अधिकारी जिनका 2011 से प्रमोशन होना चाहिए था कुछ कारणों से उसमें विलंब हुआ है. राजनाथ सिंह ने कहा कि कॉन्स्टेबल से लेकर अधिकारियों तक सब का प्रमोशन होना चाहिए था लेकिन यह प्रमोशन नहीं हो सका. जवानों की सराहना करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि 6 वर्षों का विलंब होने के बावजूद भी हमारे देश के जवानों में इतना संयम है कि उन्होंनेशिष्टाचार बनाए रखा और इस कार्यक्रम में पूरा शिष्टाचार व्यक्त भी किया.
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज का यह दिन गृह मंत्रालय का आभार व्यक्त करने का दिन नहीं, बल्कि जवानों को बधाई देने का का दिन है. उन्होंने कहा कि हमें मालूम है कि जवानों और अधिकारियों की पदोन्नति से उनका मनोबल बढ़ता है पर पिछले 6 वर्षों से इन जवानों का पदोन्नति नहीं हुई उसके बावजूद भी यह कह सकता हूं कि उनके मनोबल में कभी भी कोई कमी नहीं आई है. गृहमंत्री ने कार्यक्रम में जवानों के रहने की दिक्कतों का जिक्र करते हुए जल्द से जल्द समस्या को दूर करने का भरोसा दिलाया.
कार्यक्रम में मौजूद गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने भी जवानों की हौसला अफजाई की. उन्होंने कहा कि देश में इस जमीन और नीति बनाने वाले के बीच में कोई अंतर नहीं होना चाहिए, हम अब दावे के साथ कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के चलते अब देश में सीमा पर काम करने वाले और नीति बनाने वालों में कोई भी मतभेद नहीं रह गया है.