सहजनवां इलाके के चरणाव निवासी अर्जुन सिंह को मंगलवार की रात लाठी से पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। पैतृक संपत्ति के बंटवारे के विवाद में छोटे भाई और उसके परिवार के सदस्यों पर हत्या करने का आरोप है। घटना के संबंध में किसी ने तहरीर नहीं दी है। सहजनवां थानेदार ने तहरीर न मिलने की स्थिति में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात कही है।
पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर छोटे भाई से चल रहा था विवाद
अर्जुन सिंह (50) और छोटे भाई भोलू के बीच पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर काफी दिन से खींचतान चल रही थी। कई बार कहासुनी भी हो चुकी थी। मंगलवार की रात उसी विवाद में उनके बीच मारपीट हो गई। आरोप है कि इस दौरान छोटे भाई और उसके परिवार के लोगों ने मिलकर उन्हें लाठी, डंडे से बुरी तरह से पीट दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में गांव के लोग उन्हें ठर्रापार स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को नहीं मिली तहरीर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर दर्ज होगा मुकदमा
अर्जुन सिंह पांच भाइयों में बड़े थे। पत्नी तथा बच्चों और तीन छोटे भाइयों के साथ काफी पहले वह गुजरात चले गए थे। दूसरे नंबर का भाई भोलू शुरू से ही गांव रहकर खेती-बारी का काम देखता था। गुजरात में ही विवाद होने पर अर्जुन की पत्नी तीन बच्चों के साथ उनसे अलग हो गई और दूसरे के साथ रहने लगी। इस बीच गुजरात में ही साथ रह रहे एक भाई की बीमारी से मौत हो गई। पत्नी के छोड़कर चले जाने और भाई की मौत हो जाने के बाद अर्जुन गांव लौट आए और एक महिला के साथ रहने लगे। दो भाई अभी भी गुजरात में ही रहते हैं। उन्हीं के हिस्से की जमीन-जायदाद के बंटवारे को लेकर अर्जुन सिंह का छोटे भाई भोलू सिंह से विवाद चल रहा था। उसी विवाद ने मंगलवार की रात गंभीर रूख अख्तियार कर लिया। जिसमें अर्जुन सिंह को जान गंवानी पड़ी। उनके साथ पत्नी की तरह रहने वाली महिला का घटना के बाद से ही पता नहीं चल रहा है। माना जा रहा है कि डर की वह से उन्होंने घर छोड़ दिया और किसी सुरक्षित जगह पर शरण ले रखी है।